नकली नोट गिरोह का भंडाफोड़- सात गिरफ्तार- बंगाल से लाते थे नकली नोट
नैनीताल। उत्तराखंड की लालकुआं पुलिस ने नकली नोट गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपी पश्चिम बंगाल के मालदा से नकली नोट लेकर आते थे और उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश (उप्र) में बाजार में खपाते थे।
नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) पीएन मीणा ने सोमवार को इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि विगत नौ अक्टूबर को पहली दफा नकली नोटों का मामला सामने आया था। लालकुआं पुलिस ने बाजार में नकली नोट चलाने के आरोप में शिवम वर्मा निवासी वार्ड नंबर-1, लालकुआं को गिरफ्तार किया था। उसके कब्जे से 9000 के नकली नोट बरामद हुए थे।
इसके बाद पुलिस ने अभियोग पंजीकृत कर पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) नितिन लोहनी की अगुवाई में कई टीमों का गठन किया। पुलिस को जांच में पता चला कि लालकुआं में नकली नोट का पूरा गिरोह काम कर रहा है।
गिरोह बंगाल के मालदा से नकली नोट लेकर आता है और उप्र, उत्तराखंड और अन्य राज्यों में चलाता है। गिरोह के सभी सदस्य त्योहारी सीजन के चलते अभी सक्रिय थे और उनकी अधिक से अधिक नोट खपाने की योजना थी। इसके बाद पुलिस ने गिरोह के सदस्यों की तलाश शुरू कर दी। विगत 13 और 14 अगस्त को सात सदस्यों को अलग अलग जगह से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों के कब्जे से 2.98 लाख के नकली नोट भी बरामद किये गये हैं। आरोपियों ने कुछ नोट जलवा दिये थे। पुलिस ने जले नोट के अवशेष भी बरामद कर लिये हैं।
गिरफ्तार आरोपियों में आसिफ अंसारी उर्फ आशिक रजा, सैय्यद मौज्जम अली निवासीगण सनइया रानी, सीबी गंज, जिला बरेली, उप्र, अली मोहम्मद निवासी संजय नगर, हाथीखाना, थाना लालकुआं, विनोद कुमार निवासी विकासपुरी, खैरानी, लालकुआं, विजय टमटा पश्चिम घोड़ानाला, लालकुआं, सतोष कुमार निवासी विकासपुरी खैरानी, बिंदुखत्ता, लालकुआं शामिल हैं। पुलिस को पहले से गिरफ्तार शिवम वर्मा के एक अज्ञात खाते के बारे में भी जानकारी मिली है जिसमें काफी लेन देन हुआ है। पुलिस का शक है कि यह करंट अकाउंट क्रिप्टो करेंसी से जुड़ा हुआ हो सकता है। पुलिस इसकी भी जांच कर रही है।