बिजली विभाग के खेल निराले मेरे भैया- निधन के 3 साल बाद प्रमोशन
अलीगढ़। अपनी कार्यप्रणाली को लेकर हर समय चर्चित रहने वाले बिजली विभाग ने कई कदम आगे जाते हुए एक गजब कारनामा कर दिखाया है। अधिकारी के निधन के 3 साल बाद बिजली विभाग द्वारा उन्हें नौकरी में प्रमोशन दिया गया है। जारी हुई प्रमोशन लिस्ट को लेकर उजागर हुई कमियों को लेकर अब मामले की जांच हो रही है।
बिजली विभाग की लीला अपरंपार है और इसमें होने वाला गड़बड़झाला किसी से छिपा हुआ नहीं है। अलीगढ़ के विद्युत वितरण निगम स्तर से टीजी-2 की जारी हुई प्रमोशन सूची में मरे हुए लोगों को भी विभागीय अफसरों एवं बाबूओं द्वारा स्वर्ग में प्रमोशन दे दिया गया है। मरे हुए लोगों को प्रमोशन दिये जाने का मामला संज्ञान में आते ही विभागीय अफसरों में हड़कंप मच गया है।
टीजी-2 स्तर के एक अधिकारी की मृत्यु हुए 3 साल हो चुके हैं लेकिन उसे अब जारी हुई प्रमोशन सूची में नौकरी में प्रमोशन दे दिया गया है। प्रमोशन पाने वाले दो कर्मचारी ऐसे भी हैं जो शपथ पत्र देकर पहले ही पदोन्नति से इनकार कर चुके हैं। परंतु इन कर्मचारियों की टीजी-2 के प्रमोशन की सूची में प्रमोशन हासिल हो गया है।
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन से मुख्य अभियंता हाइडल दफ्तर से वरिष्ठता के आधार पर प्रदेश के पांचो डिस्काम से तकरीबन साढे तेरह हजार से अधिक टेक्नीशियन एवं टीजी-2 का प्रमोशन अवर अभियंता के पद पर किया गया है।
टीजी-2 के पद पर विद्युत वितरण खंड प्रथम ग्रामीण में तैनात रहे प्रताप सिंह की मौत 25 दिसंबर 2020 को हो चुकी है। लेकिन बिजली विभाग ने स्वर्ग पहुंचे प्रताप सिंह को मौत के तीन साल बाद भी नौकरी में प्रमोशन दे दिया है। उनका नाम भी प्रमोशन लिस्ट में शामिल है।