दिनदहाड़े अंडे विक्रेता को गोलियों से भूना-मची भगदड़
हरदोई। बस स्टैंड के नजदीक अंडे दुकानदार की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। सरेआम की गई इस हत्या के बाद मौके पर भगदड़ मच गई। लोगों के भयभीत होने का फायदा उठाते हुए आरोपी आराम के साथ मौके से फरार हो गए। पीड़ित परिजनों ने बेटी की ससुराल वालों पर यह हत्या किए जाने का आरोप लगाया है।
सोमवार को हरदोई के कस्बा शाहाबाद में मौहल्ला महमंद निवासी अनस अली ने 2 दिन की साप्ताहिक बंदी के बाद बस स्टॉप के नचदीक अपनी अंडों की दुकान लगाई थी। दोपहर के समय उसकी दुकान पर आए लोगों ने सरेआम उसकी गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। दिनदहाड़े हत्या किए जाने की वारदात से मौके पर भगदड़ मच गई। गोलियां चलने से लोगों के भयभीत होने का फायदा उठाते हुए अंडे विक्रेता की हत्या करने वाले आरोपी आराम के साथ मौके से फरार हो गए। घटना की जानकारी जब पुलिस और मृतक के परिजनों को मिली तो वह भागदौड़ करते हुए मौके पर पहुंचे। कोतवाली में दी गई तहरीर में मृतक अंडे विक्रेता के पिता शकील अली ने बताया है कि उन्होंने अपनी पुत्री सोएबा की शादी तकरीबन 4 बरस पहले कोतवाली क्षेत्र के गांव हर्रई निवासी मोईन खान के बेटे टीटू उर्फ मुदस्सिर के साथ की थी। शादी के 2 साल बाद ही पति पत्नी में अनबन रहने लगी। जिसके बाद से पुत्री के ससुराल वाले उसे विदा कराने के लिए नहीं आ रहे थे। इस बाबत मामला न्यायालय में विचाराधीन भी है। उनका आरोप है कि इसी बात से खफा होकर सोमवार को मुदस्सिर के पिता मोइन खान ने फोन पर उन्हें बताया कि वह अपनी बेटी को लेकर अभी तत्काल ही बस अड्डे के पास आ जाएं वरना अपने बेटे की लाश को ले जाना। इस बात को सुनकर सन्न रह गये अनस के पिता आनन-फानन में बस स्टॉप पर पहुंचे। उस समय तक हमलावर अनस को गोली मारकर फरार हो चुके थे। आनन-फानन में शकील अली अपने बेटे अनस अली को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।