3 महीने तक दर्जन भर ट्रेन कैंसिल- यात्रियों को झेलनी होगी परेशानी
सहारनपुर। देशभर में वंदे भारत एवं मेट्रो ट्रेन चलाने का दावा करने वाला रेलवे अभी तक कोहरे में गाड़ियां चलाने की तकनीक ईजाद नहीं कर पाया है। जिसके चलते एक बार फिर से लोगों के सामने रेल गाड़ियों की कमी की समस्या उत्पन्न होने जा रही है। कोरोना काल में बंद की गई कई पैसेंजर ट्रेनों को अभी तक पटरी पर नहीं उतार सके रेलवे ने अब कोहरे को कारण बताकर लंबी दूरी की दर्जन भर ट्रेनों को तीन माह के लिए कैंसिल करने का ऐलान किया है।रेलगाड़ियों के कैंसिल होने से निश्चित रूप से यात्रियों को परेशानी होगी। रेलवे को भी राजस्व का नुकसान उठाना पड़ेगा।
शनिवार को अंबाला डिवीजन के सीनियर डीसीएम नवीन कुमार ने दिसंबर में कोहरे की वजह से तकरीबन दर्जन भर रेल गाड़ियों को 3 महीने की अवधि के लिए कैंसिल करने का ऐलान किया है। वैसे तो उन्होंने हुंकार भरी है कि रेलगाड़ियां कैंसिल होने से यात्रियों को परेशानी नहीं हो, इसके लिए भी हर संभव प्रयास किए जाएंगे। परंतु ऐसा संभव होता दिखाई नहीं दे रहा है।
रेलवे की ओर से बनमनखी-अमृतसर ट्रेन को 1 दिसंबर से 29 फरवरी तक, जम्मू तवी- ऋषिकेश ट्रेन को 3 दिसंबर से 25 फरवरी तक, ऋषिकेश- जम्मू तवी ट्रेन को 4 दिसंबर से 26 फरवरी तक, अमृतसर- लाल कुआं ट्रेन को 2 दिसंबर से 24 फरवरी तक, लाल कुआं- अमृतसर ट्रेन को 2 दिसंबर से 24 फरवरी तक, अंबाला- बरौनी ट्रेन को 2 दिसंबर से 27 फरवरी तक, बरौनी- अंबाला ट्रेन को 4 दिसंबर से 29 फरवरी तक, अमृतसर- जयनगर ट्रेन को 5 दिसंबर से 27 फरवरी तक, जयनगर- अमृतसर ट्रेन को 7 दिसंबर से 29 फरवरी तक, टाटा- अमृतसर ट्रेन को 4 दिसंबर से 28 फरवरी तक और अमृतसर- टाटा ट्रेन को 6 दिसंबर से 1 मार्च तक कैंसिल करने का ऐलान किया है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना काल के दौरान बंद हुई कई साधारण गाड़ियों को रेलवे अभी तक पटरी पर नहीं उतर पाया है। जिसके चलते लोगों को महंगा किराया चुकाकर बसों में सफर करना पड़ रहा है। अब 3 महीने के लिए दर्जन भर गाड़ियों को कैंसिल कर दिए जाने से लोगों को बसों के जरिए अपनी यात्रा पूरी करनी पड़ेगी। जिसके चलते उनके ऊपर अतिरिक्त किराए का बोझ भी पड़ेगा।