शानदार विजय और कानून का राज बोलकर और शर्मिंदा न करें पीएम -जयंत

शानदार विजय और कानून का राज बोलकर और शर्मिंदा न करें पीएम -जयंत

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उप्र जिला पंचायत अध्यक्ष पद चुनाव में भाजपा की शानदार जीत पर किए गए ट्वीट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने रिट्वीट कर कटाक्ष किया है कि शानदार विजय और कानून का राज बोलकर प्रधानमंत्री देश को और अधिक समय शर्मिंदा ना करें। सबको पता है कि सरकार के बल पर सरेआम डाका डाला गया है।

उत्तर प्रदेश में शनिवार को हुए जिला पंचायत अध्यक्ष पद चुनाव में भाजपा को 75 में से 67 सीटों पर मिली कामयाबी पर किए गए ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश जिला पंचायत चुनाव में भाजपा की शानदार विजय को विकास जनसेवा और कानून के राज के लिए जनता जनार्दन का दिया हुआ आशीर्वाद बताया है। उन्होंने इसका श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नीतियों और पार्टी कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम को दिया है यूपी सरकार और भाजपा संगठन को प्रधानमंत्री ने इस कामयाबी के लिए बधाई दी है।

प्रधानमंत्री के इस ट्वीट पर रिटवीट करते हुए राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा है कि उप्र जिला पंचायत अध्यक्ष चुनावों में भाजपा की जीत को शानदार विजय और कानून का राज बोलकर प्रधानमंत्री देश को और शर्मिंदा ना करें। क्योंकि सबको पता है कि सरकार की ओर से पुलिस और प्रशासन के बल पर सरेआम डाका डाला गया है।

गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं रालोद के पूर्व सुप्रीमों चौधरी अजीत सिंह के लोकसभा क्षेत्र जनपद बागपत में जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर बड़ा खेल हुआ है। जिसके चलते पहले रात के अंधेरे में सांसद सत्यपाल के आवास पर रालोद प्रत्याशी को भाजपा में शामिल होना दिखाया गया। बाद में फर्जी महिला के जरिए रालोद प्रत्याशी ममता किशोर का पर्चा ही वापिस करा दिया गया। जबकि पर्चा वापसी की प्रक्रिया वाले दिन रालोद प्रत्याशी ममता किशोर अपने समर्थक जिला पंचायत सदस्यों के साथ जनपद बागपत से लगभग 400 किलोमीटर दूर राजस्थान के एक पंच सितारा होटल में थी। इस मामले का वीडियो वायरल होने के बाद आरएलडी प्रत्याशी ममता किशोर ने अपने पति के साथ बाकायदा एक वीडियो वायरल कर अपने राजस्थान में होने का हवाला दिया था और वहां के कलेक्ट्रेट के समक्ष उपस्थित होकर अपनी मौजूदगी राजस्थान में दिखाई दी। इसके बाद चुनाव आयोग के निर्देश पर इस मामले को लेकर काफी हंगामा हुआ। जिसके चलते आनन-फानन में डीएम ने उनके पर्चे को वापस होना नहीं बताया था। रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने इसके बाद बागपत में हो रहे चुनाव की निगरानी खुद ही शुरू कर दी थी। जिसका परिणाम यह रहा कि रालोद प्रत्याशी भाजपा की मंशा के विपरित जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी पर पांच मतों से जीतकर काबिज हुई। राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों में भी खुलेआम इसी तरह का खेल खेला गया है।

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