कांस्टेबल की जिंदगी पर डेंगू का डंक- पांचवें दिन चली गई जान
गाजियाबाद। कहर बरपा रहे डेंगू के डंक ने एक कांस्टेबल की जिंदगी को लील लिया है। बुखार आने के पांचवें दिन उपचार करा रहे सिपाही की मौत से परिजनों में कोहराम मचा है। स्वास्थ्य विभाग की टीमों को रोजाना 50 से ज्यादा घरों में डेंगू का लार्वा मिल रहा है, जिसने लोगों की चिंताओं में गहरा इजाफा कर दिया है।
बुलंदशहर जनपद के खुर्जा थाना क्षेत्र के गांव झमका के रहने वाले 38 वर्षीय अजीत सोलंकी को 5 दिन पहले तेज बुखार आया था। फिलहाल गाजियाबाद के थाना साहिबाबाद में हेड कांस्टेबल के पद पर कार्यरत अजीत सोलंकी को कौशांबी के यशोदा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।
अस्पताल में हो रहे उपचार के बावजूद कांस्टेबल की हालत बिगड़ती जा रही थी। सोमवार को कांस्टेबल की प्लेटलेट्स घटकर केवल 5000 रह गई थी। मंगलवार की देर रात इलाज के दौरान वर्ष 2005 में उत्तर प्रदेश पुलिस में बेटर कांस्टेबल भर्ती हुए अजय सोलंकी की मौत हो गई।
हेड कांस्टेबल की मृत्यु से अब पुलिस महकमें में शोक व्याप्त है। जानकारी मिल रही है कि सिपाही की मौत से पहले एक सरकारी डॉक्टर और उद्यमी के बेटे की भी डेंगू के डंक से जान जा चुकी है।