राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग को शक्तिशाली बनाने की मांग

राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग को शक्तिशाली बनाने की मांग

चंडीगढ़। अनुसूचित जाति जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण एसोसिएशन और दलित रक्षा संगठन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की कि है राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की तरह शक्तिशाली बनाया जाए तथा इसे संवैधानिक दर्जा दिया जाए।

एसोसिएशन के अध्यक्ष भगत राज तिसावर और दल के अध्यक्ष नरेंद्र चौधरी ने रविवार को जारी संयुक्त बयान में कहा कि सफाई कर्मचारी आयोग चंडीगढ़ के सफाई कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर पिछले लगभग डेढ़ साल में चार दौरे कर चुका है लेकिन समस्याएं बनी हुई हैं। सफाई कर्मचारी संगठन अनुकंपा के आधार पर दिहाड़ी पर लगे सैकड़ों कर्मचारियों को नियमित करने, सफाई कर्मचारियों की नियमित पदों पर भर्ती करने की मांग कर रहे हैं और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को दो-दो साल पेंशन न देने, आउट्सोर्स कर्मचारियों को हर महीने की सात तारीख को वेतन न देने के खिलाफ शिकायत करते आ रहे हैं लेकिन चंडीगढ़ नगर निगम के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती। आयोग बैठकें करता है, आदेश देता है लेकिन निगम व चंडीगढ़ प्रशासन सुनता ही नहीं है। समीक्षा बैठकों में चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से किसी सक्षम अधिकारी के न आने पर आयोग की उपाध्यक्ष अंजना पवार ने फटकार तक लगाई है। इसलिए आयोग को वास्तविक शक्तियां देनी चाहिए ताकि कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान हो सके।

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