थाने के भीतर सजा मंडप- शबनम ने लिए नितिन संग फेरे- बाप करता रहा...

औरैया। प्रेम प्रसंग के चलते शादी करने की तैयारी कर रहे प्रेमी युगल की राह में जब दोनों के परिजनों ने इंकार की दीवार खड़ी कर दी तो दोनों ने थाने के मंदिर में पहुंचकर पंडित को बुलाते हुए विधिवत रूप से मंत्रोच्चारण के बीच अग्नि के सात फेरे लिए और शादी के बंधन में बंध गए। पुलिस को इस शादी की भनक तक नहीं लगी, जबकि लड़की का पिता शादी का विरोध करता रहा।
दरअसल दिबियापुर कस्बे के संजय नगर के रहने वाले नितिन का पिछले कई साल से मोहल्ले में ही रहने वाली दूसरे समुदाय की शबनम के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। जिसके चलते दोनों शादी करने की जिद पर अड़े थे। मगर एक ही बिरादरी और एक समुदाय का नहीं होने की वजह से लड़की के घर वाले इस शादी के खिलाफ थे। लेकिन शबनम और नितिन ने अपने परिवारजनों के फैसले को दरकिनार करते हुए शादी करने का फैसला किया। दोनों ने थाने पहुंचकर मंदिर में पंडित को बुलावा भेजा और दोनों शादी करने में जुट गए। इसी बीच मामले की जानकारी लड़की के पिता को हुई तो वह थाने पहुंच गया और नितिन के साथ अग्नि के फेरे ले रही बेटी को ले जाने की कोशिश करने लगा।
लेकिन बेटी नितिन के साथ शादी करने पर अडी रही। मंदिर में हुए हंगामे को देखकर अनेक लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। बाद में मामला जानकर मौके पर इकट्ठा हुए लोगों ने नितिन एवं शबनम की शादी संपन्न कराई। मंदिर के भीतर हुई शादी की पुलिस को भनक तक नहीं लगी। पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने बताया है कि प्रेमी युगल थाने पर आया था और बताया कि दोनों बालिग हैं, जब जांच पड़ताल की गई तो दोनों बालिग ही निकले। लेकिन दोनों की शादी पर परिजनों को आपत्ति थी। जिसके चलते परिजन फर्जी मुकदमा लिखने के प्रयासों में लगे थे। दोनों ने पंडित बुलाकर मंदिर में शादी कर ली। अब प्रेमी युगल ने सुरक्षा की मांग की है।