मौत का झपट्टा- जमीन खिसकी और जिंदा दफन हो गए 2000 लोग
नई दिल्ली। जिंदगी पर झपट्टा मारने को तैयार बैठी मौत भीषण भूस्खलन होने के बाद खिसकी जमीन के नीचे 2000 से अधिक लोग जिंदा ही समा गए हैं। पपुआ न्यू गिनी के आपदा प्रबंधन विभाग के हवाले से इस जानलेवा हादसे में 2000 लोगों की जान चली जाने की पुष्टि की गई है।
पापुआ न्यू गिनी में आए भीषण भूस्खलन के दौरान जमीन खिसकने से 2000 से ज्यादा लोग धरती के नीचे समा गए हैं। सभी 2000 लोगों की जिंदगी पर पहले से ही तांक में बैठी मौत झपट्टा मारकर ले गई है।
सीएनएन ने देश के आपदा प्रबंधन विभाग के हवाले से इस बात की पुष्टि करते हुए बताया है कि भूस्खलन के कारण मलबे में 2000 से ज्यादा लोग जिंदा ही दफन हो गए हैं। सरकार की ओर से अब राहत कार्य चलाने के लिए औपचारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय मदद मांगी गई है। इससे पहला अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन ने पापुआ न्यू गिनी में बड़े पैमाने पर हुए भूस्खलन से 670 लोगों की मौत होने की आशंका जताई थी। जबकि अब सरकार का आंकड़ा संयुक्त राष्ट्र की इस एजेंसी द्वारा दिए गए आंकड़ों से करीब तीन गुना है।
संयुक्त राष्ट्र के स्थानीय समन्वयक को लिखी गई चिट्ठी में दक्षिण प्रशांत द्वीप राष्ट्र के राष्ट्रीय आपदा केंद्र के कार्यवाहक निदेशक ने कहा है कि भूस्खलन के दौरान जमीन खिसकने से 2000 से ज्यादा अधिक लोग धरती के भीतर दफन हो गए हैं और इस दौरान बड़ा विनाश हुआ है।