ट्रंप के हटते ही मीडिया पर संकट-लोगों ने छोड़ा खबरें देखना और पढ़ना
नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति पद से डोनाल्ड ट्रंप के हटने का सबसे ज्यादा नुकसान वहां के न्यूज मीडिया को झेलना पड़ा है। हाल ही में किये गये एक अध्ययन में सामने आया है कि डोनाल्ड ट्रंप के व्हाइट हाउस से विदा होने के बाद से न्यूज मीडिया के फालोवरों की संख्या में भारी गिरावट आई है। यह गिरावट उन समाचार माध्यमों के मामले में ज्यादा है जिनकी पहचान किसी एक पक्ष के समर्थक के रूप में होती है।
विश्लेषकों का कहना है कि जो समाचार माध्यम विवादों पर ज्यादा निर्भर रहते हैं उन्हें राष्ट्रपति जो बाइडन के कार्यकाल के दौर में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। किए गए शोध में पिछले फरवरी से मई माह तक के वेब ट्रेफिक, सोशल मीडिया, इंगेजमेंट और ऐप यूज पेशंस का अध्ययन किया गया है। किये गये अध्ययन से पता चला है कि पूरी मीडिया इंडस्ट्री से पाठक, श्रोता और दर्शकों की संख्या में भारी गिरावट आई है। सबसे ज्यादा नुकसान दक्षिणपंथी विचारधारा के समर्थक माध्यमों को झेलना पड़ा है। यह अध्ययन वेबसाइट एक्सीयोस डाॅट काॅम ने किया है। कॉम्सकोर नाम की एजेंसी के आंकड़ों के अध्ययन से सामने आया है कि न्यूजमैक्स और द फेडरलिस्ट जैसे माध्यमों के लिए पाठक, दर्शक ट्रैफिक में पिछले फरवरी से मई के बीच 44 प्रतिशत की गिरावट आई। वामपंथी माध्यमों- मदर जोन्स और रॉ स्टोरी के लिए ट्रैफिक में 27 फीसदी की कमी आई। न्यूयॉर्क टाइम्स, द वॉल स्ट्रीट जर्नल, यूएसए टुडे और रॉयटर्स जैसे मेनस्ट्रीम मीडिया का ट्रैफिक 18 फीसदी घटा। दक्षिणपंथी झुकाव वाले फॉक्स न्यूज और डेली कॉलर और वामपंथ की तरफ झुकाव वाले बजफीड न्यूज और द अटलांटिक के औसत ऐप यूज में भारी गिरावट दर्ज हुई है। ये गिरावट 26 से 31 फीसदी तक रही।