योगी द्वारा उद्घाटित पुल में 10 घंटे बाद ही दरार- मचा हड़कंप
प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश को जोड़ने वाले जिस पुल का भारी ताम-झाम के बीच उद्घाटन करते हुए उसे जनता को समर्पित किया था, 10 घंटे बाद ही उस पुल में दरार दिखाई देने लगी है। पुल के बनते ही क्षतिग्रस्त होने की जानकारी मिलते ही मचे हड़कंप के बीच अब पुल के ऊपर से आवागमन रोक दिया गया है। पुल के दरकने के इस मामले की अब विशेषज्ञों से जांच करने की बात कही जा रही है। उद्घाटन के कुछ घंटे बाद ही पुल में दरार आने के मामले को लेकर सपा मुखिया ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि भ्रष्टाचार के कमजोर स्तंभ पर मजबूत पुल कैसे बन सकता है?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2025 में प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ की तैयारी के मददेनजर सोमवार को करोड़ों रुपए की सौगात देते हुए नारी-बारी कौरांव मार्ग पर टोंस नदी के ऊपर 62.56 करोड़ की लागत से बनाएं गए डबल लेन के पुल का भारी ताम-झाम के बीच लोकार्पण किया था, क्योंकि बारा क्षेत्र के टोंस नदी पर बरसों पहले बना पुल जर्जर हो गया था। बृहस्पतिवार को इस पुल के ऊपर दरार दिखाई देने लगी है। ब्रिज के पैदल मार्ग और लोहे की रेलिंग के बीच दरार आने के अलावा जॉइंट वाले स्थान पर सड़क नीचे की तरफ दब गई है।
पुल के दरकने की जानकारी मिलते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। मामले की लीपा पोती के लिए पुल के ऊपर से फिलहाल यातायात को रोक दिया गया है और मरम्मत का काम शुरू कराते हुए अब डिप्टी सीएम द्वारा पुल में दरार आने के मामले की एमएनआईटी के विशेषज्ञों से जांच करने की बात कही जा रही है। उधर क्षेत्रवासियों का मानना है कि पुल में मानक के अनुरूप निर्माण सामग्री नहीं लगाई गई है, भ्रष्टाचार की नींव पर बनाकर खड़े किए गए पुल में दरार आने का यही सबसे बड़ा कारण है।
उधर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने योगी सरकार के ऊपर हमला करते हुए कहा है कि प्रयागराज में मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटित पुल का 10 घंटे के भीतर ही दरक जाना एक गंभीर मामला है। जबकि कुंभ मेले का समय नजदीक आता जा रहा है। उन्होंने तंज करते हुए कहा है कि भ्रष्टाचार के कमजोर स्तंभों पर मजबूत पुल कैसे बन सकते हैं? गुजरात में भी ऐसा ही हो चुका है