कोरोना तो नहीं ले सका जान- 500 रूपये ने करा दी महिला की हत्या

कोरोना तो नहीं ले सका जान- 500 रूपये ने करा दी महिला की हत्या

नई दिल्ली। मौजूदा समय में इंसान की जान की कोई कीमत ही नही रह गई है। कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आई महिला की जान महामारी तो नहीं ले सकी। लेकिन महज 500 रूपये की राशि के लिए अस्पताल कर्मी ने उसकी गला घोट कर जान ले ली। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने आरोपी महिला कर्मी को हिरासत में ले लिया है। जिसने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है।

दरअसल चेन्नई के राजीव गांधी जनरल अस्पताल में बीते हफ्ते कोरोना पीड़ित एक महिला का शव मिला था। चिकित्सकों के मुताबिक महिला का शव लगभग 15 दिनों से राजीव गांधी जनरल अस्पताल की आठवीं मंजिल पर पड़ा हुआ था। पुलिस ने जानकारी मिलने के बाद कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए मृतक महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद जब उसमें महिला की हत्या की पुष्टि हुई तो पुलिस ने मामले की तह तक जाने के लिए जांच पड़ताल शुरू की। अस्पताल में अन्य लोगों से पूछताछ करते हुए पुलिस आखिरकार आरोपी महिला अस्पताल कर्मी रति देवी तक जा पहुंची। रति देवी के पास से मृतक महिला का मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है। पुलिस को अस्पताल के अन्य स्टाफ कर्मियों से पता चला कि आखरी बार कोरोना पीडित महिला सुनीता को व्हीलचेयर पर रति देवी को ले जाते हुए देखा गया था। मृतक महिला सुनीता 23 मई से ही लापता थी। आगे की पूछताछ में पता चला है कि आरोपी रति देवी एक विधवा है जो अपने 22 वर्ष के बेटे और बेटी के साथ रहती है। रति देवी ने सुनीता की हत्या इसलिए की है क्योंकि उसे पैसों की सख्त जरूरत थी। रति देवी ने पुलिस को बताया है कि उसने सुनीता के बैग में 500 रूपये का एक नोट देखा था। जिसे चुराने का उसने फैसला लिया था। सोची समझी योजना के तहत वह सुनीता को व्हील चेयर पर स्कैन कराने के बहाने ले गई। इसके बाद इमरजेंसी लिफ्ट के माध्यम से कोरोना संक्रमित सुनीता को वह आठवीं मंजिल पर ले गई और वहां पर उसकी गला घोट कर हत्या कर दी।

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