मतदान के बहिष्कार पर अड़े ग्रामीणों को मनाने पहुंचे कलक्टर-सडक..

मतदान के बहिष्कार पर अड़े ग्रामीणों को मनाने पहुंचे कलक्टर-सडक..
  • whatsapp
  • Telegram

उमरिया। जनप्रतिनिधियों की नाकारी आज मतदान के दिन वोटिंग पर भारी पड़ गई है। सड़क निर्माण नहीं होने से गुस्साए लोगों ने जनप्रतिनिधियों एवं शासन प्रशासन की कार्य प्रणाली से आहत होकर मतदान का बहिष्कार कर दिया है। हालांकि कलेक्टर बहिष्कार पर अड़े मतदाताओं को मनाने के लिए पहुंचे हैं, लेकिन पोलिंग बूथ अभी तक खाली पड़े हुए हैं।

शुक्रवार को लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के मतदान में उमरिया जनपद के मानपुर विधानसभा क्षेत्र के पोलिंग बूथ 151 ग्राम बमोरा में मतदाताओं ने पोलिंग बूथ तक जाने से परहेज करते हुए वोटिंग का बहिष्कार कर दिया है।

पूर्व घोषणा के मुताबिक वोटिंग के बहिष्कार पर ग्रामीणों का कहना है कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की कोर सीमा में स्थापित गांव बमेरा में पिछले कई दशकों से ग्रामीण सड़क निर्माण की मांग करते हुए आ रहे हैं, लेकिन वन विभाग के साथ शासन, प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों की लापरवाही और अनदेखी की वजह से गांव में आवागमन के लिए तकरीबन 8 किलोमीटर की सड़क अभी तक नहीं बन पाई है। जिसके कारण ग्रामीणों को शिक्षा स्वास्थ्य और रोजगार संबंधी कई मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

गांव वालों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा की वजह से अभी तक उनके गांव की सड़क नहीं बन पाई है, जबकि वोट मांगने के लिए नेता उनके गांव में पहुंचकर अनेकों बार सड़क निर्माण का आश्वासन दे चुके हैं। लेकिन गांव के प्रति उपेक्षा का भाव रखने वाले जनप्रतिनिधि ग्रामीणों की समस्याओं को समझने के बजाय अपनी रोजी-रोटी सीधी करने में लगे हुए हैं।

जनप्रतिनिधियों की नाकारा कार्यशैली से आहत कोई भी मतदाता प्रातः 9:00 बजे तक मतदान केंद्र पर वोट डालने के लिए नहीं पहुंचा था।

हालांकि कलेक्टर ने गांव में पहुंचकर ग्रामीणों को वोटिंग के लिए मनाने का प्रयास किया है, लेकिन अभी तक गांव के पोलिंग बूथ मतदाताओं के बगैर सूने पड़े हुए हैं।

रिपोर्ट-चंदन श्रीवास मध्य प्रदेश

  • whatsapp
  • Telegram
Next Story
epmty
epmty
Top