चुनावी रेवडियां बांट रहे सीएम मामा से बच्चों ने मांगे स्कूल सडक
नौरोजाबाद। वर्ष 2024 में लोकसभा एवं इस वर्ष राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर धड़ाधड़ चुनावी रेवड़ियां बांट रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समक्ष बच्चों ने भी अपनी डिमांड रखते हुए भविष्य निर्माण के लिए स्कूल और गांव में आने जाने की परेशानी दूर करने के लिए सड़क का निर्माण कराए जाने की डिमांड उठाई है। उमरिया जिले के जनपद पंचायत करकेली अंतर्गत ग्राम पंचायत देवगवां खुर्द के ग्राम पकरीटोला निवासी आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। ग्रामीणों की माने तो आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार की ओर से न तो यहां पर बच्चो के पढ़ने के लिए विद्यालय भवन का निर्माण कराया गया है और न ही सड़क का निर्माण।
ग्रामीणों की माने तो पकरी टोला गाँव में लगभग 60 घर के बैगा परिवार निवास करते है तथा बैगा परिवारो की जीविका का एकमात्र साधन खेती है। ग्रामीणों की मुख्य समस्या है बच्चो को शिक्षा दिलाना। पकरी टोला से लगभग चार किलोमीटर दूर देवगवां खुर्द मे प्राथमिक पाठशाला है। गाँव के छोटे छोटे बच्चो को शिक्षा ग्रहण करने के लिये पडौस के गांव में तकरीबन चार किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हुए स्कूल में आना जाना पडता है। विद्यालय जाने के दो रास्ते है, एक रास्ता जो खेतो के मेड़ो से गुजरता है वह रास्ता पकरी टोला से महज एक किलोमीटर दूर है।
लेकिन बरसात मे मेड़ो मे फिसलन और कीचड के कारण बच्चे विद्यालय नहीं जा पाते है और दूसरा रास्ता तो पकरी टोला से लगभग चार किलोमीटर दूर है जो कि इतनी लम्बी दूरी तय करना छोटे छोटे बच्चो के लिए मुश्किल काम है। इन्ही कारणों से बरसात के मौसम में छोटे छोटे बच्चो की पढ़ाई पूरी तरह से ठप्प हो जाती है। विद्यालय की समस्या के अलावा ग्राम पकरी टोला में सड़क न होने की समस्या भी काफी जटिल है।
ग्रामीणों की माने तो पकरीटोला गाँव जहाँ केवल बैगा परिवार ही निवासरत है और जो ग्राम पंचायत देवगवां खुर्द के अंतर्गत आता है। लेकिन आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी यहां पर सड़क का निर्माण नहीं हो सका है। गांव में सड़क न होने के कारण ग्रामीणों को आने जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सबसे बड़ी परेशानी अगर गांव मे कोई बीमार हो जाए तो यहां एंबुलेंस मुश्किल से आ पाती है। ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से मांग की है कि पकरीटौला गांव में विद्यालय खोला जाए तथा यहां की सड़क का निर्माण कराया जाए।
रिपोर्ट-चंदन श्रीवास, मध्यप्रदेश