सीएमओ के पैर छूकर महिलाओं ने मांगे रेमडेसीविर-बोले अधिकारी भेज दूंगा जेल
नोएडा। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच उत्पन्न हुए हालातों से निपटने के तमाम दावे किए जा रहे हैं। नोएडा सेक्टर 39 स्थित सीएमओ कार्यालय पहुंची 3 महिलाओं ने सीएमओ के पैर छूकर जब अस्पताल में भर्ती अपने मरीजों को रेमडेसीविर इंजेक्शन लगवाने की गुहार लगाई तो सीएमओ आश्वासन देते हुए आगे बढ़ गए।
प्रदेश के अन्य जनपदों की तरह नोएडा में भी कोरोना संक्रमण के हालात विकट हो रहे हैं। जिसके चलते अनेक लोग सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती होकर कोरोना संक्रमण का इलाज करा रहे हैं। अनेक मरीज ऐसे भी हैं जिन्हें सरकारी और निजी अस्पतालों में जगह नहीं मिल पाई है और वह घर पर ही आइसोलेशन में रहकर कोरोना संक्रमण का इलाज करा रहे हैं। नोएडा सेक्टर 39 स्थित सीएमओ कार्यालय पर तीन महिलाएं पहुंची। तीनों ही महिलाओं के परिजन इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हैं।
चिकित्सकों के मुताबिक उनके मरीजों को रेमडेसीविर इंजेक्शन की जरूरत है। तीनों महिलाएं सीएमओ कार्यालय में अपने परिजनों को रेमडेसीविर का इंजेक्शन लगवाने की गुहार लगाती घूम रही थी। इसी दौरान कार्यालय पहुंचे सीएमओ डॉ दीपक ओहरी से तीनों महिलाओं का आमना सामना हो गया। जिसके चलते तीनों महिलाओं ने सीएमओ के पैर छूकर अपने मरीजों को रेमडेसीविर के इंजेक्शन लगवाने की गुहार लगाई। लेकिन सीएमओ उनकी रिपोर्ट को लेकर आश्वासन देते हुए आगे बढ़ गए। किसी ने इस तमाम मामले का वीडियो बनाकर ट्विटर और फेसबुक पर वायरल कर दिया। जल्द ही ट्वीट व वीडियो ट्रोल होने लगा। लोगों ने जमकर व्यवस्था के खिलाफ अपनी भड़ास निकाली। ट्विटर पर अर्जुन गुप्ता ने लिखा कि मानवता त्यागकर झूठ बोलने में अव्वल सीएमओ कहते हैं कि किसी चीज की कमी नहीं है। जब तक इनके पैर नहीं पढ़ेंगे तब तक यह जान नहीं बचा पाएंगे। इस मामले को लेकर जब सीएमओ से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कॉल नहीं उठाई और फोन काट दिया उधर पीडित महिला ने कहा कि हम यहां रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए आए थे और उन्होंने कहा कि यह उपलब्ध होने पर दिया जाएगा। जब मैंने कहा मैं फिर आऊंगी तो मुझसे कहा गया कि अगर मैं फिर से आई तो मुझे जेल भेज दिया जाएगा। इस मामले में सीएमओ या जिला प्रशासन की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आयी है।