भाजपा-टीएमसी की रस्साकसी
कोलकाता। शोभन चटर्जी ने भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच रस्साकसी को मनोरंजक बना दिया। पश्चिम बंगाल में टीएमसी से सत्ता छीनने के लिए भाजपा ने पूरी ताकत अभी से झोंक दी है। शुभेन्दु अधिकारी और उनके परिजनों को तृणमूल से खींचने के बाद भाजपा ने टीएमसी के मेयरों पर डेरा डाला। पहली बार कोलकाता के पूर्व मेयर शोभन चटर्जी भाजपा के बैनर तले एक मेगा रोड शो करने जा रहे थे। पश्चिम बंगाल की पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी तो भाजपा कार्यकर्ता रैली निकालने पर अड़ गये। कोलकाता में रोड शो शुरू होने से कुछ घंटे पहले ही बैशाखी बनर्जी ने कहा कि वे इसमें शामिल नहीं होंगी। इसके कुछ देर बाद पता चला कि शोभन चटर्जी भी रैली नहीं करना चाहते। यह खबर मिलते ही भाजपाई उनके घर पर मान मनौव्वल करने पहुंच गये। रोड शो से ज्यादा चर्चा शोभन चटर्जी के रूठने की हुई। शोभन चटर्जी को हाल ही में अमित शाह ने कोलकाता जोन का पर्यवेक्षक बनाया था। बैसाखी बनर्जी को भी उसी जोन का सह संयोजक बनाया गया। इसी के साथ राज्य की राजनीति में असदुद्दीन ओवैसी की इंट्री भी चर्चा का विषय बनी है।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं। विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को पटखनी देने के लिए विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पूरा जोर लगा रही है। बीजेपी के शीर्ष नेता लगातार पश्चिम बंगाल का दौरा कर रहे हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह इस जनवरी महीने फिर बंगाल का दौरा करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक जेपी नड्डा 9 जनवरी को बंगाल जाएंगे। पिछले महीने काफिले पर हुए हमले के बाद उनका यह पहला बंगाल दौरा है। जेपी नड्डा के काफिले पर 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले में हमला हुआ था। इसके बाद केंद्र सरकार ने नड्डा की सुरक्षा के लिए जवाबदेह चार आईपीएस अधिकारियों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर वापस बुला लिया था। इस मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकार आमने-सामने आ गए थे।
बंगाल जाने से पहले नड्डा 4 जनवरी को गुजरात पहुंचे। गुजरात में नड्डा ने पार्टी की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत की। इसके बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कोऑर्डिनेशन कमेटी की 5 से 7 जनवरी तक चलने वाली मीटिंग में भी शामिल होंगे। बीजेपी अध्यक्ष नड्डा के बाद गृह मंत्री अमित शाह 30 जनवरी को बंगाल जाएंगे। जानकारी के मुताबिक गृह मंत्री शाह उत्तर 24 परगना में मटुआ समुदाय की रैली को संबोधित करेंगे। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लागू होने के बाद बीजेपी की नजर मटुआ समुदाय के वोट बैंक पर है। मटुआ समुदाय के बड़े नेता और बीजेपी के सांसद शांतनु ठाकुर भी इस रैली में शामिल होंगे। अमित शाह की रैली के लिए ठाकुरनगर को चिह्नित किया गया है। यहां 20 विधानसभा क्षेत्रों में रहने वाले मटुआ समुदाय के लोग शामिल होंगे।
उधर, एआईएमआईएम पार्टी के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पश्चिम बंगाल 2021 का दौरा कर विपक्षी दलों के माथे पर बल ला दिए हैं। हुगली जिले में उन्होंने बंगाली मुस्लिमों के धार्मिक स्थल फुरफुरा शरीफ के धर्मगुरु अब्बास सिद्दीकी से मुलाकात की और राज्य में उनकी पार्टी की ओर से चुनावी अभियान का प्रमुख चेहरा बनने की बात कही। धर्मगुरू से बातचीत में उन्होंने साफ किया कि उनकी पार्टी बंगाल विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले ओवैसी की सिद्दीकी की मुलाकात के बाद बंगाल में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। लोग अपनी-अपनी तरह से इसके मायने तलाश रहे हैं। एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में अपने उम्मीदवार उतारने का एलान पहले ही कर चुके हैं। हालांकि, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने उनकी पार्टी को इस घोषणा के तुरंत बाद तगड़ा झटका दे दिया था।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले कोलकाता में शक्ति प्रदर्शन की कोशिश कर रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को कोलकाता पुलिस ने रोड शो की अनुमति देने से इनकार कर दिया। बावजूद इसके, तृणमूल से भाजपा में शामिल हुए कोलकाता के पूर्व मेयर शोभन चटर्जी की अगुवाई में खिदिरपुर से भाजपा मुख्यालय तक रोड शो करने पर पार्टी अडिग थी।
भाजपा ने शोभन चटर्जी और वैशाखी बनर्जी की अगुवाई में खिदिरपुर से राज्य भाजपा मुख्यालय तक रोड शो की योजना बनायी थी। कोलकाता पुलिस से इसकी अनुमति मांगी गयी, लेकिन पुलिस ने अनुमति देने से मना कर दिया। फिर भी भाजपा पीछे हटने को तैयार नहीं थी। उसने कहा कि पार्टी ने कार्यक्रम तय किया है, तो वह होकर रहेगा। भले इसका रूट बदलने के लिए पार्टी तैयार है। इसी बीच बैशाखी व शोभन चटर्जी ने रोड शो में जाने से मना कर दिया। कोलकाता पुलिस की ओर से रोड शो करने की अनुमति नहीं मिली, तो उसके बाद देर रात तक कोलकाता जोन के नये पर्यवेक्षक शोभन चटर्जी के घर बैठक हुई। इसके बाद तय हुआ कि दोपहर 3 बजे पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक, अलीपुर स्थित चिड़िया घर के सामने से मुरलीधर सेन लेन तक रोड शो होगा। पुलिस अगर उन्हें रोकने की कोशिश करेगी, तो भाजपा नेता और कार्यकर्ता पैदल मार्च करेंगे। पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि जब पार्टी ने कार्यक्रम तय किया है, तो वह होकर रहेगा। पुलिस से अनुमति मांगते हैं, तो वो देंगे नहीं। ऐसे में पुलिस की अनुमति लेने की जरूरत ही क्या है? तृणमूल के लोग अनुमति लेते हैं क्या? जो लोग नियम मानते हैं, उन्हें अनुमति लेनी होती है। लोकतंत्र किसी एक का नहीं है। वह सबके लिए है।'
इस बीच एक हादसा हो गया। बंगाल के वन मंत्री राजीव बनर्जी की कार कोलकाता में दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। वन मंत्री की कार के टक्कर मारने वाले वाहन के चालक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस दुर्घटना में बंगाल के वन मंत्री बाल-बाल बच गये। कोलकाता के कस्बा इलाके में वन मंत्री अपनी कार से कहीं जा रहे थे। इसी दौरान किसी मालवाहक वाहन ने उनकी कार को टक्कर मार दी। इसमें मंत्री की कार क्षतिग्रस्त हो गयी। हालांकि, वन मंत्री राजीव बनर्जी को किसी तरह की चोट नहीं आयी। (हिफी)