बिरला ने दी ये सलाह- बोले ज्यादा से ज्यादा विधायक डाले ये आदत

बिरला ने दी ये सलाह- बोले ज्यादा से ज्यादा विधायक डाले ये आदत

रायपुर। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने छत्तीसगढ़ विधानसभा के नवनिर्वाचित विधायकों को सत्र के दौरान ज्यादा से ज्यादा विधानसभा में बैठने की आदत डालने की सलाह दी है।

बिरला ने आज यहां विधानसभा में नवनिर्वाचित विधायकों के लिए आयोजित दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि..आप सभी ज्यादा से ज्यादा विधानसभा में बैठने की आदत डालिए। इससे आपको पुराने सदस्यों के अनुभव और ज्ञान का लाभ मिलेगा, नये सदस्यों के विचारों को जानने का मौका मिलेगा| मेरा यह विचार है कि जो विधायक सदन में ज्यादा देर बैठता है वह अच्छी तरह अपने विचार रख पाता है..।

उन्होने कहा कि आप सभी टेक्नोलॉजी का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें, बेहतर विचार लाएं ताकि क्षेत्र के विकास के लिए अधिक से अधिक काम हो सके।उन्होने कहा कि लोकतंत्र के सदन को हम यदि मंदिर मानते हैं तो इसकी गरिमा के अनुकूल आचरण करने की जरुरत है। बिरला ने कहा कि आप सभी टेक्नोलॉजी का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें, बेहतर विचार लाएं ताकि क्षेत्र के विकास के लिए अधिक से अधिक काम हो सके।

बिरला ने कहा कि पिछड़े क्षेत्र के विधायको की जवाबदारी ज्यादा बढ़ जाती है, उन क्षेत्रों में विकास अच्छी तरह हो सके और जो विधायक ऐसे क्षेत्र के हैं जो पिछड़े नहीं हैं, उन क्षेत्रों में भी विशेष कार्य करने की आवश्यकता होती है। बिरला ने कहा कि विधान मंडलों का उपयोग आपको करना चाहिए, इस छोटे राज्य में सारी सम्भावनाओं को समझकर देश और राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में हम कैसे राज्य को आगे बढ़ा सके।

उन्होने कहा कि दो दिवसीय प्रबोधन कार्यकम हमें संसदीय परम्पराओं, नियमों, संविधान को जानने और किस तरीके से हम अपने संवैधानिक दायित्वों को निभाते हुए इस विधान मंडल के माध्यम से इस राज्य में समृद्धि और खुशहाली ला सकते हैं, इसका ज्ञान मिलेगा| दो दिन का यह प्रबोधन निश्चित रूप से हमारे जीवन में सार्थक होगा।

बिरला ने कहा कि जो भी यहाँ की नियम प्रक्रिया है, उन्हें ध्यान में रखकर हमें जनता की बात रखनी है।दो दिन के इस प्रबोधन कार्यक्रम में विभिन्न विषयों और नियमों का ज्ञान होगा। उन्होने कहा कि इस विधानमंडल का सौभाग्य है कि यहां के विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, जो तीन बार के कार्यकाल में मुख्यमंत्री रहे, केंद्र में मंत्री रहे, सांसद रहे हैं, उनके लम्बे अनुभव का लाभ भी मिलेगा।

उन्होने राज्य की सराहना करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ अपनी प्राकृतिक सम्पदा, सौंदर्य, यहाँ की अध्यात्मिक और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक रहा है। प्रदेश छोटा है लेकिन विविधताएं बहुत हैं, यहाँ के पुरातत्व, संस्कृति, जनजातीय, लोकाचार पूरे देश को प्रभावित करते हैं। छत्तीसगढ़ की विशेष रूप से जीवंत कला, यहां के शिल्प, लोकगीत और नृत्य पूरे देश के लिए आकर्षण है, छत्तीसगढ़ और यहां के पुरातत्व संपत्ति को देखने के लिए देश भर और कई देशों के लोग यहां आते हैं। इस सत्र में उत्तरप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना,छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डा.चरणदास महंत एवं संसदीय कार्यमंत्री बृजमोहन अग्रवाल भी मौजूद थे।

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