बिहार की नई फिल्म: ये रिश्ता क्या कहलाता है...
लखनऊ। नीतीश कुमार ने राजनीतिक मौसम को देखकर पाला बदला और फिर से लालू यादव की पार्टी राजद से हाथ मिलाया। इसी महागठबंधन की सरकार को छोड़कर नीतीश कुमार ने भाजपा का दामन थामा था और रेलवे घोटाले में फंसे लालू परिवार को मंझधार में छोड़ दिया था। अब लालू यादव 17 अगस्त को दिल्ली से पटना पहुंचे तो उनका स्वागत करने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं गये थे। लालू यादव को फूलों का गमकता गुलदस्ता भेंट करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि हमारा रिश्ता बहुत पुराना है। पत्रकार लिहाज के चलते भले ही नहीं बोले लेकिन मन में तो यही सोच रहे होंगे कि ये रिश्ता क्या कहलाता है... बिहार में यह कोई नई राजनीतिक फिल्म बन रही है क्या? खुदा करे कि इस फिल्म का अंत तो सुखांत हो। फिलहाल तो सिर मुड़ाते ही ओले पड़े हैं। दो दिन पहले ही मंत्री बनाये गये कार्तिकेय सिंह पर किडनैपिंग के मामले को लेकर भाजपा के सुुशील मोदी ने हमला बोल दिया है।
राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव गत् 17 अगस्त को दिल्ली से पटना पहुंचे। एयरपोर्ट से लेकर राबड़ी देवी के आवास तक कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उनका हालचाल लेने पहुंचे। इस दौरान नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के बीच खुशनुमा माहौल में काफी बातचीत हुई। लालू यादव से मिलकर जब नीतीश कुमार बाहर आए तो उन्होंने पत्रकारों से कहा," हम लोग साथ थे, साथ हैं और हमारा रिश्ता बहुत पुराना है।" नीतीश कुमार से पत्रकारों ने पूछा कि विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि राज्य में जंगल राज की वापसी हो गई है, इस सवाल के जवाब में नीतीश कुमार ने कहा,"अब तो जो मन में आएगा सो वो बोलते रहेंगे।" लालू यादव के साथ मुलाकात के दौरान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी उपस्थित थे। बाद में मंत्री कार्तिकेय सिंह विवाद पर बोलते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि विपक्ष के पास कुछ काम नहीं है और जिस तरह हमलोगों ने रोजगार मुद्दे पर काम करना शुरू किया है उससे विपक्ष बौखला गया है। उन्होंने कहा कि सरकार जनता के लिए अनवरत काम करती रहेगी। गौरतलब है कि, लालू यादव को छह जुलाई को इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से पटना से दिल्ली ले जाया गया था। लालू यादव गठबंधन सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल नहीं हो पाए थे। राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव जब दिल्ली से पटना लौटे गए। उनकी बड़ी बेटी मीसा भारती ने ट्वीट करके इसकी खबर दी। उन्होंने अपना और लालू यादव का प्लेन तब फोटो साझा करते हुए ट्वीट किया- पटना की ओर प्रस्थान आदरणीय लालू प्रसाद जी। पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनसे मिलने के लिए पहुंचे। इससे पहले दिल्ली में लालू प्रसाद यादव ने केंद्र की बीजेपी सरकार को तानाशाह करार दिया और 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्ता से बाहर करने की बात कही।
दिल्ली से हवाई जहाज से पटना पहुंचने के बाद लालू यादव अपने आवास पर पहुंचे। वहां बड़ी संख्या में उनके समर्थक उनका इंतजार कर रहे थे। हालांकि वे वहां पहुंचने पर किसी से नहीं मिले और उनकी कार गेट से सीधे अंदर चली गई।
लालू यादव ने संवाददाताओं से कहा, हमें (केंद्र में) तानाशाह सरकार को हटाना है। मोदी को हटाना है। बिहार में नए महागठबंधन को निशाना बनाने वाले बीजेपी नेता सुशील मोदी के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर लालू प्रसाद ने कहा, झूठा आदमी है। यह सब गलत है।
भारतीय जनता पार्टी द्वारा बिहार में जंगलराज लौटने के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दावा किया कि अब विकास कार्य ज्यादा तेजी से होंगे। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ दिखाई दिए नीतीश कुमार ने कहा, अब तो वे लोग (भाजपा) एक-एक चीज के बारे में बोलेंगे ही। उनका कहना था, कभी उन्हें भाजपा जरूरत पड़ेगी, तभी वे साफ-साफ कहेंगे। मुख्यमंत्री ने दावा किया, भाजपा नए गठबंधन की नई सरकार में अब तो विकास के काम पहले से ज्यादा तेजी से, और ज्यादा होंगे।
इधर, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा से बीजेपी के सांसद सुशील कुमार मोदी ने महागठबंधन सरकार के नए मंत्री कार्तिकेय सिंह से जुड़े मामले में सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। आरजेडी कोटे से बिहार के कानून मंत्री बने कार्तिकेय सिंह के खिलाफ अपहरण के एक मामले में वारंट जारी हुआ था। उन्हें 16 अगस्त को कोर्ट में सरेंडर करना था, लेकिन वह कोर्ट नहीं पहुंचे। हालांकि, उन्होंने उसी दिन कानून मंत्री की शपथ ली। वैसे, कार्तिकेय और उनके वकील का दावा है कि इस मामले में उन्हें कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई है। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि यह सारी बातें पहले से मुख्यमंत्री की जानकारी में होनी चाहिए क्योंकि जब भी किसी को मंत्री बनाया जाता है तो उसका पुलिस वेरिफिकेशन होता है। सुशील मोदी ने कार्तिकेय सिंह को जारी इस वारंट की कॉपी दी और कहा कि किडनैपिंग के मामले में वे अभियुक्त हैं उन पर वारंट निकला हुआ है। 16 तारीख को उनको सरेंडर करना था, लेकिन उन्होंने सरेंडर नहीं किया और राजभवन में जाकर शपथ ली। बीजेपी के राज्यसभा सांसद ने कहा, जिस व्यक्ति पर वारंट है उसको सेंरेडर करना चाहिए।
उनकी जो बेल है वह एंटीसिपेटरी बेल है और पटना हाईकोर्ट में रिजेक्ट हो चुकी है। यह मेरे पास उसका डॉक्यूमेंट है। 16 फरवरी 2017 को पटना हाईकोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत को एप्लीकेशन को रिजेक्ट कर दिया था और उनको 16 अगस्त को सरेंडर करना था लेकिन वह व्यक्ति शपथ ले लेता है, सरेंडर नहीं करता है। यह कानून की तौहीन है। ऐसे व्यक्ति को आपने कानून मंत्री बना दिया और यह व्यक्ति कौन है? बिहार का जो सबसे बड़ा डॉन है। बाहुबली अनंत सिंह उसका बिजनेस पार्टनर है।
सुशील मोदी ने कहा, नीतीश जी आप ऐसे लोगों को मंत्री बनाकर क्या संदेश देना चाहते हैं? ऐसे लोगों को आप मंत्री बना रहे हैं मैं मांग करता हूं कि आप कार्तिकेय सिंह को मंत्रिमंडल से तुरंत बर्खास्त करें। लोगों को मंत्री बनाकर आप बिहार में सुशासन का संदेश नही दे सकते। बहरहाल, नये रिश्तों की फिल्म शुरू हो चुकी है। भाजपा अब सह-अभिनेता नहीं बल्कि विलेन की भूमिका निभा रहे है। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)