बड़ा हादसा-खुले फाटक से गुजर रहे लोडर के ट्रेन से उड़े परखच्चे,दो की मौत
कानपुर। गेटमैन की लापरवाही की वजह से खुले रह गए फाटक से गुजर रहा लोडर सामने से आ रही ट्रेन से टकराकर चूर चूर हो गया है। इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई है। खंभे से टकराए लोडर की वजह से ओएचई लाइन का इंसुलेटर भी क्षतिग्रस्त हो गया है जिसकी वजह से तकरीबन 4 घंटे तक रेल यातायात बाधित रहा है।
बृहस्पतिवार की सवेरे कानपुर- झांसी रेल मार्ग पर हुए एक बड़े हादसे के अंतर्गत माल लादकर ले जा रहे लोडर के ट्रेन की टक्कर से बुरी तरह से परखच्चे उड़ गए हैं। यह हादसा उस समय हुआ है जब स्वरूपपुर गांव का रहने वाला 20 वर्षीय विष्णु और 22 वर्षीय कृष्णा सामान लादने के बाद देर रात तकरीबन 1.00 बजे उसे उतारने अमोली गए थे।
बृहस्पतिवार की सवेरे जब दोनों लोडर में सवार होकर वापस लौट रहे थे तो कानपुर- झांसी रेल मार्ग पर जल्लापुर क्रॉसिंग उन्हें खुला हुआ मिला, जिसके चलते वह लोडर के साथ रेलवे लाइन को क्रॉस करने लगे। इसी बीच अचानक रेलगाड़ी आ गई। ट्रेन की टक्कर लगते ही लोडर के बुरी तरह से परखच्चे उड़ गए और गाड़ी के भीतर बैठे दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई।
टक्कर लगते ही लोडर जब ओएचई वायर के खंभे से टकराया तो उसका इंसुलेटर क्षतिग्रस्त हो गया। जिससे ओएचई वायर में विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई जिससे रेलगाड़ियों के पहिए जहां के तहां थम गए।
जानकारी मिलते ही रेलवे अफसरों में बुरी तरह से हड़कंप मच गया और आनन-फानन में रेलवे की तकनीकी टीम मौके पर पहुंच गई। हादसे के बाद मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने रेलवे पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा है कि रात के समय गेट मैंने फाटक बंद नहीं किया था, जिसकी वजह से यह बड़ा हादसा हुआ है यदि गेटमैन अपनी जिम्मेदारी समझते हुए पाठक को बंद कर देता तो शायद दोनों युवकों की जान जाने से बच जाती। हालांकि गनीमत इस बात की रही है कि लोडर से हुई टक्कर के बाद रेलगाड़ी पटरी से नहीं हुई अन्यथा बड़ा हादसा होना संभावित था।