विश्वासघात -पार्टी नेताओं ने ही लूटी महिला की अस्मत-दोनों गिरफ्तार
नई दिल्ली। अन्य क्षेत्रों की तरह महिलाएं राजनीति में भी सुरक्षित नहीं है। वहां भी उन्हें आला नेताओं के दुष्कर्म और उत्पीड़नात्मक कार्यवाही का शिकार होना पड़ता है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के दो नेताओं ने ही महिला कार्यकर्ता की अस्मत को तार-तार कर दिया। मामले का पता चलने पर पार्टी की ओर से दोनों नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। पुलिस ने मिली शिकायत के आधार पर दोनों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है।
दरअसल केरल के मुल्लीयेरी ब्रांच के सेक्रेटरी बाबूराज ने लगभग 3 माह पूर्व अपनी पार्टी की महिला कार्यकर्ता को विधानसभा चुनाव के संबंध में चर्चा करने के लिए अपने आवास पर बुलाया था। पार्टी सेक्रेटरी के आवास पर पहुंची महिला को डरा धमकाकर पार्टी नेता ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इन्तहा तो उस समय हो गई जब बाद में पार्टी सेक्रेटरी महिला को मामले का भंडाफोड़ करने की धमकी देते हुए उसे कई बार रेप का निशाना बनाया। बाबूराज ने धमकी दी थी कि यदि वह उसके साथ संबंध नहीं बनाएगी तो वह उसके पति के सामने सब कुछ उजागर कर देगा।
उधर पार्टी सेक्रेटरी के जुल्मों से तंग आई महिला ने जब पार्टी के दूसरे नेता लिंजेश से सहायता की उम्मीद करते हुए इस मामले को उजागर किया तो उसने भी महिला कार्यकर्ता की मदद करने के बजाय उसका उत्पीड़न शुरू करना शुरू कर दिया। उसने भी पार्टी की महिला कार्यकर्ता के साथ शारीरिक संबंध बनाये। सीपीएम महिला कार्यकर्ता ने पार्टी के दो नेताओं की इस घिनौनी हरकत से तंग आकर कई बार आत्महत्या करने तक का विचार बना डाला। आखिर में हिम्मत बटोर कर महिला ने सब कुछ अपने पति को बताया और फिर दोनों ने मिलकर पुलिस को इस मामले की जानकारी दी। बताया जा रहा है कि उन्होंने पार्टी के आला नेताओं के साथ में इस संबंध में संपर्क किया था। उन्होंने सलाह दी कि पुलिस में जाकर इसकी शिकायत करनी चाहिए। इस घटना के सामने आने के बाद कांग्रेस और भाजपा ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की आलोचना करनी शुरू कर दी है। इतना ही नहीं राज्य के दोनों विपक्षी दलों ने आरोपियों को गिरफ्तार करने में भी लापरवाही का आरोप लगाया है। विपक्षी दलों का कहना है कि यदि पुलिस लापरवाही करती है तो उनकी ओर से आंदोलन शुरू किया जाएगा।