बैंक का कारनामा- पूर्व मंत्री की सील लगी फैक्ट्री पर दिया करोड़ो का लोन

बैंक का कारनामा- पूर्व मंत्री की सील लगी फैक्ट्री पर दिया करोड़ो का लोन

मेरठ। आम आदमी के लोन को स्वीकृत करने के लिए जहां बैंक चक्कर लगवाते हुए उसके इरादों पर पानी फेर देते हैं, वही एक बैंक ने पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत सील लगी मीट फैक्ट्री पर बीस करोड़ रुपए का लोन दे दिया। जिसमें से 9 करोड का भुगतान भी किया जा चुका है। बैंक की इस कारगुजारी से पूर्व मंत्री की करोड़ों की संपत्ति को जप्त करने की कार्यवाही में अब रोडा अटक गया है।

महानगर में अवैध रूप से मीट फैक्ट्री चलाने एवं उसमें पैकिंग किए गए मीट को बेचने के आरोप में सील की गई पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की फैक्ट्री पर बैंक ने बीस करोड रुपए का ऋण स्वीकृत कर उसमें से 9 करोड़ रुपए का भुगतान भी दे दिया है। मामले की जानकारी मिलने के बाद अब पुलिस ने लोन देने के इस मामले में बैंक की भूमिका की जांच शुरू कर दी है। एसपी सिटी पीयूष सिंह के मुताबिक वर्ष 2019 में पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की फैक्ट्री पर मेरठ विकास प्राधिकरण की ओर से की गई कार्यवाही के अंतर्गत सील लगा दी गई थी।

इसके बावजूद बैंक ने वर्ष 2021- 22 में याकूब कुरैशी की सील हुई अल फहीम मीटेक्स कंपनी को 200000000 रुपए का ऋण स्वीकृत कर दिया है, जिसमें से 9 करोड रुपए बैंक से लिए भी जा चुके हैं। इस मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस बैंक की भूमिका की जांच कर रही है। उधर पब्लिक भी पूर्व मंत्री के सील लगी फैक्ट्री पर लोन देने में बैंक की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण का कहना है कि अल फहीम मीटेक्स कंपनी में याकूब कुरैशी समेत उनके कई रिश्तेदार साझीदार हैं जो गैंगस्टर के मुकदमे में नामजद नहीं है। इसलिए संपत्ति के हिस्सों के बारे में अब पुलिस द्वारा पता किया जा रहा है।

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