काफिले पर हमला- कवि कुमार विश्वास जांच में निकले झूठे नंबर वन
गाजियाबाद। अलीगढ़ जाते समय अपने काफिले पर हमला होना बताने वाले कुमार विश्वास पुलिस द्वारा की गई जांच में झूठे नंबर वन पाए गए हैं। पुलिस द्वारा की गई जांच में कहीं भी कुमार विश्वास की ओर से मारपीट का शिकार हुए चिकित्सक पर लगाए गए आरोप सिद्ध नहीं हुए हैं। अब इस मामले में बुरी तरह से फंस चुके कुमार विश्वास के खिलाफ पुलिस ने अग्रिम कार्यवाही प्रचलित होने की बात कही है।
बृहस्पतिवार को गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना पुलिस की ओर से एक्स पर किए गए ट्वीट में बताया गया है कि देश के प्रख्यात कवि कुमार विश्वास की ओर से बुधवार को अज्ञात व्यक्ति द्वारा अपने काफिले पर हमला करने का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर देकर एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
पुलिस द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में कुमार विश्वास की ओर से लगाए गए आरोप अभी तक सिद्ध नहीं हुए हैं। थाना इंदिरापुरम पुलिस का कहना है कि इस मामले में की गई जांच के क्रम में वैधानिक कार्यवाही प्रचलित है।
उल्लेखनीय है कि देश के प्रख्यात कवि कवि कुमार विश्वास ने बुधवार को अपने काफिले पर हमला होने का आरोप लगाया था। जबकि कवि कुमार विश्वास की सुरक्षा में लगे सिपहियों एवं एनेस्थीसिया के डॉक्टर पल्लव वाजपेई के बीच बुधवार की दोपहर वसुंधरा सेक्टर 3 में मारपीट हो गई थी।
इस हमले में डॉक्टर बुरी तरह से लहूलुहान हो गए थे। दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ हमला करने की शिकायत पुलिस से की है। इस बीच डॉक्टर के समर्थन में पहुंचे आईएमए के पदाधिकारियों की ओर से चेतावनी दी गई है कि अगर कुमार विश्वास के सुरक्षा कर्मियों पर कार्यवाही नहीं की गई तो वह किसी भी दशा में खामोश नहीं बैठेंगे।
पुलिस द्वारा की गई जांच में कवि कुमार विश्वास की ओर से लगाएं गए आरोप सिद्ध नहीं होने पर अब नागरिकों द्वारा कहा जा रहा है कि अपनी कमीज उजली दिखाने के चक्कर में कुमार विश्वास मारपीट के इस मामले में बुरी तरह से घिर गए हैं।