ड्यूटी खत्म होते ही बीच रास्ते ट्रेन को छोड़कर चले गए ड्राइवर एवं गार्ड
बाराबंकी। पैसे खत्म खेल समाप्त की तर्ज पर ड्यूटी पूरी होने पर गार्ड और ड्राइवर यात्रियों से भरी ट्रेन को रेलवे स्टेशन पर ही छोड़कर चले गए। मामले का पता चलने पर जब आक्रोशित हुई सवारियों ने नारेबाजी के साथ प्रदर्शन करना शुरू किया तो रेलवे अफसरों की ओर से दूसरा ड्राइवर और गार्ड भेजा गया तब कहीं जाकर ट्रेन के पहिए ट्रैक पर आगे की तरफ सरक सके।
दरअसल सहरसा से चलकर देश की राजधानी दिल्ली जा रही स्पेशल ट्रेन जब बाराबंकी जनपद के बुढवल रेलवे स्टेशन पर रोकी गई तो उस समय वहां से मालगाड़ी होकर गुजर रही थी।
मालगाड़ी के क्रॉस होने के बाद ट्रेन के भीतर बैठी सवारियां गाड़ी के चलने का इंतजार करने लगी। तकरीबन 1 घंटे का समय व्यतीत हो जाने के बाद भी जब ट्रेन रेलवे स्टेशन से आगे नहीं बढ़ी तो देरी से हलकान हो रहे यात्रियों ने जब पूछताछ शुरू की। इस दौरान पता चला कि ट्रेन का ड्राइवर और गार्ड अपनी ड्यूटी समाप्त होने की बात कह कर गाड़ी को छोड़कर चले गए हैं। यह बात सुनते ही स्पेशल रेलगाड़ी में सवार तकरीबन 2500 यात्री जब स्वयं को बीच रास्ते फंसा हुआ समझने लगे तो उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। आक्रोशित हुई सवारियों ने रेलवे स्टेशन पर नारेबाजी के साथ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। मामले की जानकारी मिलने पर हडबडाये रेलवे अफसरों ने गोंडा से दूसरे चालक और गार्ड को भेज कर रेलवे स्टेशन पर खड़ी गाड़ी को उसके गंतव्य की ओर रवाना कराया। घंटे तक रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के फंसे रहने से अफरा-तफरी माहौल बना रहा।