मुकदमा दर्ज होते ही छात्र को पिटवाने वाली मैडम ने मानी गलती
मुजफ्फरनगर। पांच का पहाड़ा याद नहीं करने पर छात्र को क्लास के अन्य बच्चों से पिटवाने वाली टीचर ने मुकदमा दर्ज होते ही अपनी गलती मान ली है। इस विवाद में नेताओं के कूदने के बाद अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा है कि राजनीतिक दल इस मामले को लेकर अपनी राजनीति नहीं करें। शनिवार को जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी के निर्देश पर मंसूरपुर थाने में गांव खुब्बापुर के नेहा पब्लिक स्कूल की शिक्षिका तृप्ति त्यागी के खिलाफ एनसीआर दर्ज करते होते ही पांच का पहाड़ा याद नहीं करने पर छात्र को क्लास के अन्य बच्चों से पिटवाने वाली मैडम ने अपनी गलती मान ली है।
गलती मानने वाली टीचर ने अपनी सफाई में कहा है कि जिस समय यह सब घटनाक्रम हुआ है उस वक्त वह बहुत परेशान थी। वह दिव्यांग है और उठ पाने में असमर्थ होने की वजह से उन्होंने पांच का पहाड़ा याद नहीं करने वाले छात्र की दूसरे बच्चे से पिटाई को बोल दिया था। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद तूल पकड़ते जा रहे मामले में कई राजनीतिक दलों की सक्रियता को लेकर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश अंसारी ने राजनीतिक दलों से इस मामले में सियासत नहीं करने की अपील की है।
इस बीच जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने कहा है कि इस मामले में सख्ती के साथ कार्यवाही कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि छात्र के पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने के साथ ही बच्चे एवं उसके अभिभावकों की बाल कल्याण समिति में काउंसलिंग कराई जा रही है। उधर शिक्षिका ने अपनी गलती मानते हुए कहा है कि वास्तव में मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था। उन्होंने यह भी कहा है कि उनकी मंशा बच्चों को धार्मिक आधार पर प्रताड़ित करने की नहीं थी। सोशल मीडिया पर जो वीडियों वायरल किया जा रहा है उसमें से बहुत से शब्दों को काट दिया गया है। केवल एक शब्द को ही इंगित करते हुए वीडियो को वायरल किया गया है। टीचर ने इस मामले को राजनीतिक तूल नहीं देने की अपील भी राजनीतिक दलों से की है।