अरुणाचल के डॉक्टर राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए
ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश राज्य के चिकित्सकों ने शनिवार को भारतीय चिकित्सा संघ अरुणाचल प्रदेश शाखा (आईएमए-एपी) के बैनर तले राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।
आईएमए ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के खिलाफ गैर-आपातकालीन सेवाओं को 24 घंटे के लिए बंद का आह्वान किया था।
सूत्रों ने बताया कि आईएमए द्वारा आहूत हड़ताल के कारण राज्य भर में विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं में बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) सेवाएं बाधित रहीं।
चिकित्सा संस्था ने सभी दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी और दुष्कर्म एवं हत्या मामले की त्वरित सुनवाई कर अधिकतम सजा दिलाने की मांग की है। आईएमए ने डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को सभी प्रकार के अत्याचारों से बचाने के लिए एक केंद्रीय कानून बनाने, सभी स्वास्थ्य संस्थानों को विशेष-संरक्षित/सुरक्षित क्षेत्र घोषित करने और राष्ट्रीय चिकित्सा परिषद को भारत में कहीं भी काम कर रहे मेडिकल छात्रों और सभी आधुनिक चिकित्सा डॉक्टरों की सुरक्षा से संबंधित सख्त नियमों को लागू करने का अधिकार देने की भी मांग की है।
आईएमए-एपी के अध्यक्ष डॉ. केसांग वांगडी थोंगडोक ने बताया कि यहां के टीआरआईएचएमएस, आरके मिशन अस्पताल और हीमा अस्पताल सहित सभी अस्पतालों, निजी और सरकारी में 24 घंटे की अवधि के लिए सभी नियमित सेवाओं को बंद करना 'सफल' रहा और आज संबंधित अस्पतालों के सामने शांतिपूर्ण धरना भी दिया गया।
उन्होंने कहा, 'हमें जनता से भी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। अरुणाचल प्रदेश महिला कल्याण सोसायटी और डेंटल एसोसिएशन ने अपना समर्थन दिया है।' हालांकि, डॉ. केसांग ने बताया कि डॉक्टरों ने बिना किसी रुकावट के आपातकालीन और इन-पेशेंट सेवाएं जारी रखीं।