25 रोटी के अलावा खाया इतना खाना कि अब दीवान जी की हो रही फजीहत
सुल्तानपुर। प्रशिक्षण के लिए लखनऊ से भेजे जाए दीवान जी जब पीटीसी के क्लास रूम में सोते हुए पाए गए तो उन्होंने अपने स्पष्टीकरण में 25 रोटियों के अलावा खाये गये अन्य खाने को सोने का कारण बताया। दीवान जी की हाथी खुराक का यह स्पष्टीकरण अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
दरअसल बुधवार को सोशल मीडिया पर एक चिट्ठी तेजी के साथ वायरल हो रही है जिसे सुल्तानपुर स्थित पीटीसी टोली नंबर 9 में शामिल लखनऊ में तैनात हेड कॉन्स्टेबल राम शरीक यादव की होना बताया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि विभाग की ओर से लखनऊ में तैनात दीवान जी को सुल्तानपुर में चल रहे प्रशिक्षण में ट्रेनिंग लेने के लिए भेजा गया था। जिस समय पर प्रशिक्षक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए पुलिस कर्मियों को ट्रेनिंग दे रहे थे तो टोली नं-9 में शामिल दीवान जी नींद में ऊंघते हुए सुनहरे सपने देख कर नींद का आनंद ले रहे थे। जब दीवान जी क्लासरूम में सोते हुए पकड़े गए तो उनसे प्रशिक्षण में सोने का स्पष्टीकरण मांगा गया।
टोली कमांडर की ओर से दीवान जी को नोटिस जारी करते हुए सवाल किया गया कि दिनांक 10 अक्टूबर को पीटीसी सुल्तानपुर मे क्लासरूम चलते समय हेड कांस्टेबल रामशरीक यादव सोते हुए पाए गए हैं। उनका यह कृत्य ट्रेनिंग सेंटर की मर्यादा को तार-तार करता है और यह उनकी घोर लापरवाही का भी प्रतीक है। इस संबंध में आप अपना स्पष्टीकरण दें।
सोते हुए पकड़े गए हेड कांस्टेबल ने अपने स्पष्टीकरण में कहा है लखनऊ से सुल्तानपुर पहुंचने में उन्हें काफी परेशानी हुई थी। थके हारे शाम तक दीवान जी पीटीसी सुल्तानपुर तक पहुंचे। शाम के सही भोजन नहीं मिलने की वजह से वह भरपेट खाना नहीं खा सके। इसलिए सबेरे के भोजन में दीवान जी ने 25 रोटी, एक थाली चावल, दो कटोरी दाल तथा एक कटोरी सब्जी खा ली। जिसके चलते उनके बदन में सुस्ती छा गई और प्रशिक्षण के दौरान वह सो गए। दीवान जी ने अपने स्पष्टीकरण में वायदा किया है कि वह अब कभी इतना सारा भोजन अपने पेट के अंदर नहीं डालेंगे।