एलोपैथिक चिकित्सा केवल जुगाड़ू पद्धति- आयुर्वेद ही समाधान
नई दिल्ली। पतंजलि योगपीठ के स्वामी रामदेव महाराज ने एक बार फिर से एलोपैथी चिकित्सा पद्धति पर जोरदार हमला करते हुए इसे जुगाड़ू पद्धति करार दिया है। उन्होंने कहा है कि समय के बदलाव के साथ ही अब लोग आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को पहले से कहीं ज्यादा अपनाकर स्वयं को चुस्त-दुरुस्त रख रहे हैं।
सोमवार को योग गुरु बाबा रामदेव ने अपने बयान में कहा है कि एलोपैथी के दिन अब लदने जा रहे हैं, क्योंकि एलोपैथी वाले जुगाड़ के आधार पर मरीजों का इलाज करते हैं। विभिन्न टेस्ट मरीजों की जान निकाल देते हैं। लगातार महंगी होती इस चिकित्सा पद्धति से लोगों को बीमारी से आराम नहीं मिल रहा है, जिसके चलते समय के बदलाव के साथ ही अब लोग आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति की तरफ पहले से ज्यादा विश्वास कर रहे हैं।
बाबा रामदेव ने कहा है कि इन सब परिस्थितियों के चलते अब जुगाड़ू पद्धति एलोपैथी के दिन लदने जा रहे हैं। गुलामी की विरासत को हमें आयुर्वेद को अपनाकर मिटाना ही होगा। उन्होंने कहा है कि जिस तरह अंतर्राष्ट्रीय दवा कंपनियों को शीर्षासन कराया गया था ठीक उसी तरह एलोपैथी को धरती में गाड़ने का हमने संकल्प लिया है। क्योंकि एलोपैथी वाले जुगाड़ करते हैं। बीमारी का कुछ नहीं होता है। एलोपैथिक दवाइयां खाकर लोग अंदर से बीमार बन रहे हैं। एलोपैथिक दवाइयों को शरीर ग्रहण भी नहीं करता है।