इंजन बांधकर फोर व्हीलर मिस्त्री और हेल्पर सदा के लिए ओमनी कार में सोए
इटावा। दुकान पर इंजन की मरम्मत के लिए आई ओमनी कार का इंजन बांधने के बाद मिस्त्री और हेल्पर उसे स्टार्ट कार भीतर ही सो गए। सवेरे लोगों ने कार के अंदर जब दोनों को देखा तो उस समय कार स्टार्ट थी। लेकिन दोनों के शरीर में कोई हलचल नहीं थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने कार के शीशे तोड़कर दोनों की लाश बाहर निकाले।
बरेली हाईवे पर स्थित घर के नीचे कार की गैराज चलाने वाले शैलेंद्र कुमार राजपूत के पास ओमनी गाड़ी इंजन बनने के लिए आई थी। शनिवार की देर शाम हेल्पर के साथ मिस्त्री ने गाड़ी का इंजन बांध दिया और उसे स्टार्ट करके भीतर ही सो गए।
रविवार की सवेरे मौके पर पहुंचे लोगों को जब स्टार्ट गाड़ी खड़ी मिली तो लोगों ने गाड़ी के पास जाकर देखा तो अंदर दो लोग मौजूद थे। कार की खिड़की एवं शीशे बजाकर जब दोनों को उठाने की कोशिश की गई तो भीतर से कोई हलचल नहीं हुई।
आसपास के लोगों ने तुरंत शैलेंद्र के परिजनों के साथ पुलिस को घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी और एडिशनल एसपी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने कार के शीशे तोड़कर दोनों की लाश बाहर निकाली।
फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच पड़ताल की। पुलिस ने दोनों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं।