कश्मीर में पंडितों के बाद अब आतंकी इस समाज को बना रहे निशाना
नई दिल्ली। बड़े पैमाने पर नरसंहार का दंश झेल चुके कश्मीरी पंडितों के बाद अब घाटी में कश्मीरी राजपूतों को आतंकियों द्वारा अपना निशाना बनाया जाने लगा है। अल्पसंख्यक हो चुके राजपूत कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा अपने एक सदस्य की हत्या के लिए कश्मीर से पलायन की सोचने लगे हैं। कुलगाम जिले के कटान गांव में आतंकवादियों द्वारा राजपूत सतीश कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या कर दिए जाने के बाद जब समाज के लोगों ने मृतक के अंतिम संस्कार से इंकार के साथ पलायन का ऐलान कर दिया तो राजपूतों को उनकी सुरक्षा का आश्वासन दिया गया है।
कश्मीर घाटी में कश्मीरी पंडितों पर नरसंहार किए जाने के बाद अब कश्मीरी राजपूत आतंकवादियों के निशाने पर आ गए हैं। बृहस्पतिवार को घाटी के कुलगाम जिले के काकरान गांव में आतंकवादियों द्वारा कश्मीरी राजपूत सतीश कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद राजपूत समाज के लोग अब यहां से पलायन कर सुरक्षित स्थान पर चले जाने की सोच रहे हैं।
आतंकियों की ओर से सतीश कुमार सिंह की गोली मारकर की गई हत्या के बाद अब उसके परिवार में पत्नी और 3 बच्चे लावारिस से हो गए हैं। राजपूत समुदाय ने इस हत्या का विरोध किया है जिसके चलते स्थानीय प्रशासन द्वारा उनकी सुरक्षा और आजीविका संबंधी चिंताओं को दूर करने का आश्वासन दिया गया है। प्रशासन की ओर से सुरक्षा और आजीविका का भरोसा दिए जाने के बाद भी उन्होंने मृतक के शव का संस्कार किया है।
उधर समुदाय के नेताओं का कहना है कि राजपूत समुदाय कश्मीर में तकरीबन 150 वर्ष से भी अधिक समय से रह रहा है और उसे कभी भी मुसलमानों से किसी खतरे का सामना नहीं करना पड़ा है। कुलगाम के जगदीश सिंह ने कहा, राजपूतों ने हमेशा उनकी (मुसलमानों) उपस्थिति में प्यार और सुरक्षा महसूस की है, लेकिन कश्मीर पंडित समुदाय के साथ जोड़कर हमारे बारे में एक खतरनाक नैरेटिव बुना जा रहा है।