फ्लैट में लगी भीषण आग- देवदूत बने युवक ने जान पर खेल मां बेटे को...
मेरठ। फ्लैट की दूसरी मंजिल पर लगी आग की वजह से मोहल्ले में बुरी तरह से चीख पुकार और भगदड़ मच गई। फ्लैट के भीतर मौजूद मां बेटे को बचाने के लिए देवदूत बने युवक ने बालकनी से भीतर पहुंचते हुए आग की लपटों में फंसे मां बेटे को बाहर निकाला है। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड के जवान आग पर काबू पाने में जुट गए हैं।
सोमवार को मेट्रो सिटी ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के रशीद नगर में लिसाड़ी रोड पर बने तीन मंजिला फ्लैट में दूसरी मंजिल पर रह रहे वसीम के मकान में आग लग गई। ए टू जेड के नाम से सदर बाजार क्षेत्र में स्थित आबू लेन में कपड़ों का शोरूम चलने वाला वसीम जिस समय किसी काम से घर से बाहर गया था तभी फ्लैट में अचानक भीषण आग लग गई।
जिसने देखते ही देखते भीषण रूप अख्तियार कर लिया। फ्लैट के भीतर से निकल रही आग की ऊंची ऊंची लपटों एवं धुएं के बादलों को देखकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे, उस समय वसीम की पत्नी शीबा और उसका 2 साल का बेटा आग में फंसा हुआ था।
आग की भयानकता को देखते हुए मोहल्ले में चीख पुकार और भगदड़ मच गई। इसी दौरान चाय की दुकान पर खड़े जावेद ने जैसे ही फ्लैट में आग लगी हुई देखी तो वह तुरंत बराबर में बने मकान में घुस गया और अपनी जान पर खेलते हुए आग की लपटों को चीरता हुआ बालकनी से मकान में घुस गया और एक-एक करके महिला और उसके बच्चे को बाहर निकाल कर ले आया।
समय रहते बच्चे और मां को आग से निकाल लिए जाने की वजह से दोनों की जान बच गई है। स्थानीय लोगों की सूचना पर आग बुझाने की दो गाड़ियों के साथ मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड के जवानों ने मकान में लगी आग पर काबू पाया है। लेकिन उस समय तक लाखों का सामान जलकर राख हो चुका था। गनीमत इस बात की रही है कि जावेद की दिलेरी से मां बेटा जिंदा ही आग की भेंट चढ़ने से बच गए हैं।