नौकरी लगवाने के झांसे में 73 युवाओं से लाखों की ठगी
जींद । हरियाणा की जींद पुलिस ने हरियाणा उच्च न्यायालय और दिल्ली की रोहणी अदालत में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 73 युवाओं से 27 लाख रुपये ठगने को लेकर सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने बताया कि इस धोखाधड़ी में मुख्य आरोपी की शिनाख्त दिल्ली के सुलतान पुरी निवासी सोहन गोयल के रूप में की गई है। उसने अपनी पहचान पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का रीडर बताकर लोगों में अपने झांसे में लिया। आरोपियों ने युवाओं को नौकरी लगवाने के लिए कागजात और रुपये ले लिए लेकिन बाद में किसी भी नौकरी नहीं लगी।
उचाना मंडी निवासी यशपाल ने उचाना थाना पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि अक्टूबर 2019 में वह सोहन गोयल और उसकी पत्नी किरण गोयल को किसी मामले के सिलसिले में दिल्ली की रोहिणी अदालत में मिले थे। जहां सोहन खुद को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का रीडर बताया और कहा कि वह विशेष कार्य के लिए रोहिणी अदालत आया है। बातों-बातों में उसने कहा कि अगर कोई नौकरी सम्बंधित कोई काम हो तो उसे बता देना। इसके बाद सोहन से उनका कई बार दिल्ली के सुल्तानपुरी में आना जाना हुआ।
इसी दौरान उसकी पत्नी किरण ने बताया कि उसके पति सोहन गोयल के सुमित और जितेंद्र जैन मित्र हैं और दोनों ही चंडीगढ़ में बड़े अधिकारी हैं। चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब की अदालतों के लिये जो नौकरियां निकाली जाती हैं उनकी भर्ती की जिम्मेदारी सुमित और जितेंद्र जैन की है। इसके बाद सोहन से सुमित और जितेंद्र से मिलवाने के लिए कहा लेकिन आरोपी दम्पती ने कहा कि दोनों बड़े अधिकारी हैं और सीधे किसी से नहीं मिलते हैं।
कुछ दिनों के बाद सोहन का फोन आया कि पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय और रोहिणी अदालत में चैम्बर अटेंडेंट, जूनियर असिसटेंट, पर्सनल असिस्टेंट, चपड़ासी की रिक्तियां निकली हैं। चैम्बर अटेंडेंट के लिए चार लाख, जूनियर असिसटेंट के पांच लाख रुपये, पर्सनल असिस्टेंट के दस लाख रुपये और चपड़ासी के लिए तीन लाख लगेंगे। इसके बाद वह आरोपियों के झांसे में आ गया और उसने अपने जानकार और रिश्तेदारों के युवाओं के कागजात लेकर आरोपियों को दे दिए। जब भी वह किसी युवक के कागजात देता तो सोहन कांफ्रेंसिंग से सुमित और जितेंद्र जैन से बात कराता। जब भी वह कागजात लेकर सोहन के घर पर जाता तो वहां पर उसका भाई विष्णु गोयल और बहन शारदा मिलते। उसने आरोपियों तक 73 युवाओं के 27 लाख रुपये उनके खातों में डलवा दिए लेकिन बाद में किसी भी युवक की नौकरी नहीं लगी। बाद में पता चला कि यह पूरा गिरोह है और लोगों को गुमराह कर इसी तरह की ठगी कर रहा है और इसने इसी तरह अन्यों को ठगा है।
उचाना थाना प्रभारी रविंद्र कुमार ने बताया कि शिकायत के आधार पर सोहन, उसकी पत्नी किरण, शारदा, उसके पति विकास, विष्णु, सुमित और जितेंद्र के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है तथा मामले की आगे जांच जारी है।