बाबा केदार के मंदिर से 23 किलो सोना चोरी सरकार ने बनाई जांच कमेटी
देहरादून। केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित एवं चार धाम महापंचायत के उपाध्यक्ष की ओर से मंदिर को दान में मिले 23 किलो 780 ग्राम वजन का सोना चोरी होने के आरोपों के बाद सरकार की ओर से इस मामले को लेकर जांच समिति गठित कर दी गई है।
केदारनाथ धाम के पुरोहित एवं चार धाम महापंचायत के उपाध्यक्ष संतोष त्रिवेदी ने मंदिर को मुंबई के एक व्यापारी से दान में मिले 23.78 किलोग्राम वजन के सोने के चोरी होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि यह सोना मंदिर के गर्भ गृह की दीवारों पर परत के रूप में लगाया गया था।
तीर्थ पुरोहित का आरोप है कि मंदिर के गर्भ गृह में वर्ष 2022 के सितंबर अक्टूबर महीने में सोने की परत चढ़ाने का काम किया गया था। लेकिन अब इस सोने की परत पर पॉलिश करने के काम रात के समय कराया जा रहा है। उनका कहना है कि जब सोने की प्लेटें मंदिर में लगाई गई थी तो अब इन प्लेट को पॉलिश करने की क्या जरूरत है? रात के समय पॉलिश का काम कराये जाने से साफ तौर पर पता चल रहा है कि गर्भ गृह की दीवारों पर सोना ना लगाकर केवल पॉलिश के जरिए मंदिर में सोना लगना बताते हुए असली सोने को चोरी कर लिया गया है।
इस बीच कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री नवप्रभात का कहना है कि एक दानदाता की ओर से सोना दान करने पर पुराहित द्वारा संदेह व्यक्त किया जा रहा है। दान में कितना सोना मिला है? तांबे में सोने को क्यों मिलाया गया है? कई ऐसे सवाल है जिनकी जांच किया जाना जरूरी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि केदारनाथ ही नहीं बल्कि बद्रीनाथ धाम में भी ऐसा घोटाला होने की जानकारी मिल रही है। बढ़ते विवाद के बीच अब उत्तराखंड सरकार की ओर से संस्कृति एवं धार्मिक मामलों के सचिव हरीश चंद्र सेमवाल एवं गढ़वाल कमिश्नर की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी बनाई गई है।