लेक्चरर पद की वैकेंसी को लेकर विवाद- बीजेपी व PDP का प्रदर्शन शुरू
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर की उमर अब्दुल्ला सरकार की ओर से निकाली गई लेक्चरर पद की वैकेंसी को लेकर विवाद हो गया है। 575 पदों की इस वैकेंसी में हिंदी और संस्कृत की वैकेंसी को शामिल नहीं किया गया है। राज्य में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली हिंदी भाषा की वैकेंसी नहीं निकाले जाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से अमर अब्दुल्ला सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरते हुए प्रदर्शन शुरू किया गया है।
सोमवार को भारतीय जनता पार्टी एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राज्य सरकार की ओर से निकाली गई लेक्चरर पद की वैकेंसी को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। जम्मू कश्मीर की उमर अब्दुल्ला सरकार की ओर से स्कूल कॉलेज में विभिन्न विषयों के लिए लेक्चरर पद की 575 वैकेंसी निकाली गई है।
लेकिन इस वैकेंसी में हिंदी और संस्कृत विषय को शामिल नहीं किया गया है, जबकि हिंदी जम्मू कश्मीर में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है।
भारतीय जनता पार्टी के विधायक विक्रम रंधावा की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी की ओर से उमर अब्दुल्ला सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है।
भाजपा ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर राज्य में हिंदी और संस्कृति को अहमियत नहीं दी गई तो जम्मू से श्रीनगर जाने वाले जरूरी सामान के सभी ट्रक रोक दिए जाएंगे।
भारतीय जनता पार्टी के इस विरोध में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी का भी साथ मिल रहा है। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी का कहना है कि 575 में से सिर्फ 238 पद की ओपन मेरिट के लिए जोड़े गए हैं, जबकि 337 पदों को रिजर्व कर देने से बिना रिजर्वेशन वाला बड़ा वर्ग इस भर्ती से दूर हो जाएगा।