श्रीमद् भागवत कथा से संस्कृति व संस्कारों का ज्ञान होता है- मनीष चौधरी
मुजफ्फरनगर। जानसठ रोड स्थित महालक्ष्मी एन्क्लेव के मंदिर प्रांगण में 30 अक्टूबर से रोजाना दोपहर 2 बजे से 6 बजे तक चली श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आज यज्ञ-पूर्णाहूति के बाद भंडारे के आयोजन के साथ समापन हो गया। कथा के समापन अवसर पर कथाव्यास परम पूज्य गंगोत्री तिवारी मृदुल महाराज ने सभी भक्तों को आशीर्वाद प्रदान किया। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में मौजूद प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा से जहां मन को शांति मिलती है, वहीं हमें अपनी संस्कृति एवं संस्कारों का ज्ञान होता है।
मिली जानकारी के अनुसार जानसठ रोड स्थित महालक्ष्मी एन्क्लेव के मंदिर प्रांगण में 30 अक्टूबर से रोजाना दोपहर 2 बजे से 6 बजे तक चली श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आज यज्ञ-पूर्णाहूति के बाद भंडारे के आयोजन के साथ समापन हो गया। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में पहुंचे प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी व अन्य अतिथियों का कथा के आयोजक अभिनव गोयल मोंटू, मंजू गोयल, पूर्वांश गोयल एवं समस्त परिवारजनों ने स्वागत किया। सभी अतिथियों एवं श्रद्धालुओं को कथा व्यास गंगोत्री तिवारी मृदुल महाराज ने जीवन में खूब उन्नति करने एवं एक-दूसरे का सहयोग करने का आशीर्वाद प्रदान किया। प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा से जहां मन को शांति मिलती है, वहीं हमें अपनी संस्कृति एवं संस्कारों का ज्ञान होता है। हमारी संस्कृति और संस्कारों में निःस्वार्थ होकर दयाभाव से गरीब एवं समाज साधनहीन लोगों की सेवा करने को प्रमुखता दी गई है और हम उसी रास्ते पर चल भी रहे हैं। इस मौके पर आयोजित किये गये भंडारे में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर भोजन के रूप में प्रसाद ग्रहण कर धर्मलाभ कमाया। इस अवसर पर प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी के अलावा दामोदर भगवान, नमन तिवारी, राज पांडेय, ब्रजबिहारी अत्री, योगेंद्र कुमार मुन्ना, के.पी. चौधरी, भरतवीर प्रधान व अन्य लोग मौजूद रहे।