बंगाल सरकार ने हिंदी शिक्षा, संस्कृति और समुदाय के विकास के लिए कईं पहल की
कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार ने हिंदी की शिक्षा को मजबूत करने, संस्कृति और समुदाय के कल्याण के उद्देश्य से कईं योजनाओं की शुरुआत की है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंदी दिवस के मौके पर कहा, "हिंदी दिवस के मौके पर शुभकामनाएं। बंगाल की भूमि समावेशी है और हमने अपने निरंतर प्रयासों के माध्यम से टैगोर के 'विविधता में एकता' के मूल्यों को आगे बढ़ाया है।"
ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, "पश्चिम बंगाल की सरकार ने हिंदी की शिक्षा, संस्कृति और समाज के विकास के मद्देनजर कईं पहल की हैं। " उन्होंने कहा, "सरकार ने समावेशी विकास कार्यों के मद्देनजर हिंदी, उर्दू, गुरमुखी, ओल चिकी, राजबंशी, कामतापुरी, कुड़ुख भाषाओं को मान्यता दी है।"
नयी शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 में केंद्र सरकार से बंगला को शास्त्रीय भाषा के रूप में शामिल कराने की मांग को लेकर सुश्री बनर्जी ने कहा, "मैं केंद्र सरकार से 2020 में बंगाली को शास्त्रीय भाषा के रूप में शामिल करने की मांग करती हूं। "फिल्म डिवीजन 'हिंदी दिवस-2020' पर राजभाषा को लेकर फिल्में प्रदर्शित करेगी।
फिल्म डिवीजन 'हिंदी दिवस' के मौके पर विभिन्न राज्यों में हिंदी के विकास और लोकप्रियता को दर्शाने वाले यात्रा वृतांत चिन्हित करेगा। हिंदी पर पांच फिल्में फिल्म्सडिवीजन और यूट्यूबडाटकाम की साइट पर 24 घंटे के लिए निशुल्क उपलब्ध होंगी।
वार्ता