मुंबई और दिल्ली में होगा महासंग्राम
दुबई। विजय रथ पर सवार मुंबई इंडियंस और अपना मनोबल वापिस हासिल कर चुकी दिल्ली कैपिटल्स के बीच मंगलवार को होने वाले आईपीएल-13 के खिताबी मुकाबले में महासंग्राम होगा।
आईपीएल की तालिका में मुंबई और दिल्ली क्रमशः पहले और दूसरे स्थान पर रही थीं और अब इन दोनों टीमों के बीच खिताबी मुकाबला होने जा रहा है। छठी बार फाइनल खेल रही रोहित शर्मा की कप्तानी वाली मुंबई की नजरें पांचवीं बार खिताब जीतने पर लगी होंगी तो वहीं पहली बार में फ़ाइनल में पहुंची दिल्ली इस टूर्नामेंट में नया चैंपियन बनने का गौरव हासिल करना चाहेगी।
निश्चित रूप से फाइनल में टक्कर नहीं महासंग्राम होगा क्योंकि श्रेयस अय्यर की कप्तानी वाली दिल्ली पहली बार खिताब जीतने के लिए अपना सबकुछ झोंकना चाहेगी। मुंबई अपने अब तक के प्रदर्शन से दावेदार रहेगी लेकिन उसके लिए दिल्ली को हल्के में लेना भूल हो सकती है क्योंकि दिल्ली ने रविवार को क्वालीफायर दो में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए सनराइजर्स हैदराबाद को 17 रन से मात दी था। दिल्ली ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही विभागों में उम्दा प्रदर्शन कर पहली बार खिताब जीतने के लिए अपनी प्रबल दावेदारी पेश की है।
मुंबई ने पहले क्वालीफायर में दिल्ली को आसानी से 57 रन से शिकस्त दी थी। मुंबई के 200 रन के जवाब में दिल्ली की टीम लड़खड़ाते हुए 143 रन बना पायी थी लेकिन अब जो टीम फाइनल में उतरने जा रही है उसमें एक नया आत्मविश्वास आ चुका है और वह मुंबई को टक्कर देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
दिल्ली की टीम ने हैदराबाद के खिलाफ एकजुट प्रदर्शन किया था और रणनीति के लिहाज से भी टीम सफल रही थी। टीम ने आलराउंडर मार्कस स्टॉयनिस को ओपनिंग में उतारने का जो दांव खेला वह कामयाब रहा। शिखर धवन और स्टॉयनिस ने टीम को ठोस शुरुआत दी जिसका फायदा उठाकर दिल्ली 189 रन का मजबूत स्कोर बनाने में सफल रही।
दिल्ली को एक बार फिर फाइनल में ऐसी ही शुरुआत की उम्मीद रहेगी। दिल्ली चाहेगी कि बड़े मैच के बड़े खिलाड़ी शिखर फाइनल में भी बड़ी पारी खेलें फिर चाहे बात लक्ष्य निर्धारित करने की हो या लक्ष्य का पीछा करने की। शिखर टूर्नामेंट में 603 रन बना चुके हैं और सर्वाधिक रनों के ऑरेंज कैप के साथ-साथ उनके नजरें टीम के लिए बड़ी पारी खेलने पर रहेंगी।
कप्तान अय्यर ने टूर्नामेंट में 454 रन बनाये हैं और टीम को फाइनल में उनसे सधी हुई पारी की उम्मीद रहेगी। शिमरॉन हेत्माएर पिछले मैच जैसी उपयोगी भूमिका निभाना चाहेंगे जहां उन्होंने नाबाद 42 रन की शानदार पारी खेली थी। 15 करोड़ के खिलाड़ी ऋषभ पंत के लिए इस बार का टूर्नामेंट शानदार नहीं रहा है लेकिन वह अपने प्रदर्शन से फाइनल को यादगार बनाने चाहेंगे।
दिल्ली के बल्लेबाजों को जसप्रीत बुमराह और ट्रेंट बोल्ट की खतरनाक गेंदबाजी से निपटना होगा। बुमराह अब तक 27 और बोल्ट 22 विकेट ले चुके हैं। खास तौर पर बुमराह फाइनल में दिल्ली के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। यदि दिल्ली ने बुमराह को उसी तरह काबू कर लिया जिस तरह उन्होंने हैदराबाद के खतरनाक गेंदबाज राशिद खान को किया था, तो दिल्ली अपना सपना पूरा कर सकती है।