भारत की एक और बेटी का कमाल-पदक से एक जीत दूर
नई दिल्ली। टोक्यो में खेले जा रहे ओलंपिक खेलों के मुक्केबाजी मुकाबले में लवलीना बोरगोहेन 69 किलोग्राम भार वर्ग के मुकाबले में अपनी प्रतिद्वंदी को हराकर क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई है। भारतीय खिलाडी पदक से महज एक जीत दूर खडी है।
मंगलवार को पहली बार ओलंपिक खेलों में हिस्सा ले रही भारत की मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन में अपने दमदार खेल का प्रदर्शन करते हुए जर्मनी की नादीने ऐपेटज को हरा दिया है। 23 साल की लवलीना ने 35 साल की जर्मन प्रतिद्वंदी पर तीनों राउंड में अपना दबदबा बनाए रखा। भारतीय मुक्केबाज ने यह मुकाबला स्प्लिट डिसीजन के आधार पर 3-2 से जीता। लवलीना बोरहोगेन अब मेडल पक्का करने से सिर्फ एक जीत की दूरी पर है। बॉक्सिंग मुकाबले के सेमीफाइनल में पहुंचते ही कम से कम ब्रॉन्ज मेडल पक्का हो जाता है। लवलीना का क्वार्टर फाइनल में मुकाबला अब 30 जुलाई को चाइनीस ताइपे की चीन निऐन चेन के साथ होगा। गौरतलब है कि भारतीय महिला मुक्केबाज लवलिना बोरगोहेन ने टोक्यो ओलिंपिक के लिए रवाना होने से पहले दिए इंटरव्यू में कहा था कि नेशनल खेलों में अगर कोई गोल्ड मेडल जीतता है तो लोग जल्द ही उसे भूल जाते हैं, लेकिन ओलिंपिक में मेडल जीतने पर सब हमेशा याद रखते हैं। मेरा लक्ष्य ओलिंपिक में देश के लिए मेडल जीतना है। 23 साल की लवलिना अब उस कभी न भूलने वाले मेडल से सिर्फ एक जीत की दूरी पर हैं। मंगलवार को उन्होंने उम्र में अपने से 12 साल बड़ी जर्मन प्रतिद्वंद्वी नादिने एपेट्ज को हराकर 69 किलोग्राम वेट कैटेगरी के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है।