हॉकी ओलंपियन के इलाज के लिए 10 लाख मंजूर
नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्रालय ने गुर्दे की बीमारी से जूझ रहे हॉकी ओलंपियन मोहिंदर पाल सिंह के इलाज के लिए 10 लाख रुपये की मदद को मंजूरी दी है।
यह सहायता खिलाड़ियों के लिए पंडित दीन दयाल उपाधयाय राष्ट्रीय कल्याण कोष के तहत मंजूर की गयी है और सोमवार को यह मदद उनकी पत्नी शिवजीत सिंह को दी गयी।
1986 के सोल एशियाड, 1986 और 1990 के विश्व कप और 1988 के सोल ओलंपिक में भारतीय रक्षा पंक्ति की दीवार रहे एमपी ने पेनल्टी कार्नर पर गोल जमाने की कलाकारी से खूब नाम कमाया था। जाने माने डिफेंडर परगट सिंह के साथ उनकी जोड़ी खूब जमी थी।
केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने एमपी सिंह को मदद दिए जाने पर कहा, "खेल मंत्रालय का यह लगातार प्रयास रहा है कि जिसने भी भारत में खेलों की सेवा की है, उसकी मदद की जाए। एमपी सिंह ने एक खिलाड़ी और एक कोच के रूप में हॉकी की अभूतपूर्व सेवा की है। उनकी बीमारी हम सभी के लिए गहरी चिंता की बात है। गुर्दे की बीमारी का इलाज महंगा है और हम उन्हें जितनी मदद हो सके, करना चाहते हैं। मैंने नोएडा के सांसद महेश शर्मा से बात की है क्योंकि एमपी सिंह नोएडा में रहते हैं। उनके कार्यालय से एक पत्र प्रधानमंत्री राहत कोष को भेजा गया है ताकि अस्पताल के बिलों का भुगतान इस कोष से किया जा सके।"
रिजिजू ने हाल में शिवजीत सिंह और अन्य कई वेटरन हॉकी खिलाड़ियों से मुलाकात की थी और मंत्रालय की तरफ से मदद का आश्वासन दिया था। हॉकी खिलाड़ियों ने इस मदद के लिए मंत्रालय की सराहना की है।