तीसरी बार सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन बने जुफर फारूकी
लखनऊ। जुफर फारूकी तीसरी बार सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन चुने गये हैं। उन्होंने बताया कि वे प्राथमिकताओं के आधार पर बोर्ड के कामों को पूरा करेंगे और कामकाज को एक नई दिशा प्रदान करने का कार्य करेंगे। उन्होंने बताया कि छोटे-मोटे कार्यों के लिए लोगों को अब लखनऊ के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। वहीं उनकी ओर से इमामों की तनख्वाह बढ़वाने का भी पूरा प्रयास किया जायेगा। जुफर फारूकी के तीसरी बार चेयरमैन बनने पर उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के तीसरी बार चेयरमैन बने जुफर फारूकी ने एक निजी चैनल से इंटरव्यू के दौरान बताया कि वक्फ की सम्पत्तियों का सर्वे लगभग 35-40 साल पूर्व हुआ था। ऐसे में अब वक्फ औकाफ से जुड़ी सम्पत्तियों का मिनी सर्वे कराया जायेगा और उनकी सही स्थिति व दशा का पता लगाया जायेगा। इसके लिए टीम गठित की जायेगी। उन्होंने कहा कि इस दौरान यह भी मालूम किया जायेगा कि इतने वर्षों में क्या-क्या बदलाव आया और सम्पत्ति की आखिर कितनी सही आमदनी हो रही है। उन्होंने बताया कि चेरेटेबल अस्पताल और शिक्षण संस्थानों के लिए जमीन की भी तलाश की जायेगी। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य और शिक्षा की सुविधा निःशुल्क दिलाना है, इसके लिए वे पूरी तरह से प्रयासरत रहेंगे और इसके लिए वक्फ सम्पत्तियों में से जमीन की तलाश की जायेगी। उन्होंने बताया कि कोरोना काल के दौरान देखने में आया है कि मस्जिदों से कम चंदा जमा हुआ है। मस्जिदों के इमामों की तनख्वाह भी कम है, इससे उनको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते वे मुतवल्लियों से इमामों की तनख्वाह बढ़वाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया कि केन्द्र की ओर से वक्फ सम्पत्तियों के डिजिटलाईशन का कार्य चल रहा है। इस कार्य में पूरी तेजी लायी जायेगी।
उन्होंने कहा कि वक्फ सम्पत्तियों से जुड़े छोटे-मोटे कामों को करवाने के लिए अब लखनऊ स्थित कार्यालय के चक्कर काटने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। उन्होंने बताया कि चक्कर न काटने पडे़, इसके लिए ऑनलाइन व्यवस्था की जायेगी। ऑनलाइन के माध्यम से लोग अपने जिलों में बैठे हुए ही सीधे वक्फ बोर्ड से जुड़कर कामों को करा सकेंगे।
इस दौरान जुफर फारूकी ने एक ओर खुलासा किया। उन्होंने बताया कि चेयरमैन पद की दावेदारी के लिए कोई और भी चुनाव मैदान में है, इसका उन्हें जरा भी आभास नहीं था। इसका पता उन्हें तब चला, जब चुनाव के दौरान मीटिंग हुई। सभी को चुनाव लड़ने का हक है, इसलिए दूसरे दावेदार का भी उन्होंने स्वागत किया। उन्होंने कहा कि अब चुनाव समाप्त हो चुका है। अब एक एकजुट होकर सभी कार्य करेंगे। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी ने जुफर फारूकी को तीसरी बार चेयरमैन बनने पर बधाई दी है। इसके अलावा उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।