कांग्रेस के हंगामे के कारण राज्यसभा में शून्यकाल बाधित

कांग्रेस के हंगामे के कारण राज्यसभा में शून्यकाल बाधित

नई दिल्ली। चीन के मुद्दे पर चर्चा कराने को लेकर राज्यसभा में गुरुवार को कांग्रेस ने हंगामा किया जिसके कारण शून्यकाल बाधित रहा। मुद्दा उठाने की अनुमति नहीं मिलने के कारण कांग्रेस ने सदन से बहिर्गमन भी किया।

सभापति जगदीप धनखड ने सुबह सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए जरूरी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवायें। उन्होंने सदन को बताया कि उन्हें कुछ मुद्दों पर नियम 267 के तहत नोटिस मिले हैं जो प्रावधानों के अनुरूप नहीं है इसलिए उन्हें खारिज किया जाता है। उन्होंने शून्यकाल शुरू कराने का प्रयास किया तो कांग्रेस के सदस्य नारे लगाते हुए आसन के समक्ष आ गए। वे चीन के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग कर रहे थे। सभापति ने कहा कि नियम 267 पर व्यवस्था दी जा चुकी है। इस संबंध में स्थिति स्पष्ट है। इसलिए सदस्यों को अपनी सीटों पर वापस जाना चाहिए और सदन की कार्यवाही चलने देनी चाहिए। इस बीच सदन में विपक्ष के नेता मलिकार्जुन खड़गे ने सदन में चीन के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय महत्व का मुद्दा है। सीमा की सुरक्षा से जुड़ा है। इसलिए इस पर चर्चा कराई जानी चाहिए। इसके बाद सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि ऐसे मुद्दों पर सदन में चर्चा कराने की परंपरा नहीं रही है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी तत्कालीन रक्षा मंत्री प्रणब मुखर्जी का एक उदाहरण भी दिया और कहा कि उन्होंने चर्चा से इनकार किया था। इस दौरान सभापति ने कई बार शून्यकाल कराने का प्रयास किया। कुछ सदस्यों ने अपने मुद्दों को उठाया लेकिन शोर शराबे के कारण कुछ सुनाई नहीं दिया। इस पर धनखड़ ने कहा कि नारे लगा रहे सदस्य उन्हें सख्त कार्रवाई के लिए मजबूर कर रहे हैं। इसके बाद कांग्रेस के सदस्य सदन से बाहर चले गए।

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