तू भी अन्ना मैं भी अन्ना- आओ बैठकर अब चूसे गन्ना

तू भी अन्ना मैं भी अन्ना- आओ बैठकर अब चूसे गन्ना

देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक बार फिर से लोकायुक्त एवं लोकपाल का मुद्दा उठाकर भ्रष्टाचार खत्म करने के मामले को लेकर राज्य सरकार को घेरने की कोशिश की है। उन्होंने कहा है कि वर्ष 2014 के दौरान ईमानदारी और देशभक्त पार्टी होने को ढिंढौरा पिटने वाली भाजपा केे लिये लोकपाल की नियुक्ति सत्ता परिवर्तन का टोटका बना था। लेकिन इस टोटके को इस्तेमाल करके सत्ता में आए लोग अब खुद ही इसे झंझट का काम समझकर लोकपाल एवं लोकायुक्त को ही पूरी तरह से भुला चुके हैं।

शनिवार को उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि मौजूदा समय में इस बात का पता ही नहीं चल रहा है कि राज्यपाल के यहां पर लोकायुक्त की नियुक्ति के लिए गई फाइल पता नहीं कहां गायब हो गई है। सोशल मीडिया पर सक्रिय हरीश रावत ने लोकपाल एवं लोकायुक्त के मुद्दे पर अपने फेसबुक पर पोस्ट लिखते हुए कहा है कि जब कभी वह संसदीय कार्य राज्य मंत्री थे तब उन्होंने कहा था कि तू भी अन्ना मैं भी अन्ना आओ मिल बैठकर चूसे गन्ना। हरीश रावत ने कहा कि यह बात मौजूदा समय में शत प्रतिशत सही साबित हो रही है।

क्योकि मिल बैठकर चूसा जाने वाला वह गन्ना लोकपाल ही था। लेकिन अब सत्ता में आते ही लोग उसे भूल गए और एक बार चूसा गया गन्ना परिदृश्य से ही गायब हो गया है। लोकपाल और लोाकायुक्त रूपी गन्ना वर्ष 2014 में ही चूस लिया गया था और अन्ना भी लोकपाल के गन्ने को भूल गए। पूर्व मुख्यमंत्री की इस पोस्ट पर लोग लगातार अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं

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