इस नेता की सभाओं में भीड़ से भाजपा के माथे पर चिंता की लकीरें
नई दिल्ली। सत्ता से बेदखल होने के बाद अपनी पार्टी शिवसेना को मजबूत करने की कवायद में जुटे पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे के कार्यक्रमों में जुट रही जनता की भारी भीड़ ने भारतीय जनता पार्टी के खेमे में चिंता की लकीरें उभारकर रख दी है, जिसके चलते सजग हुई भाजपा ने भी अपने कील कांटे दुरुस्त करने शुरू कर दिए हैं।
महाराष्ट्र की सत्ता से बेदखल होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री एवं शिवसेना के सुप्रीमो उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे लगातार राज्य के दौरे पर विभिन्न कार्यक्रमों में पार्टी को मजबूती देने के लिए भागदौड़ कर रहे हैं। पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे के महाराष्ट्र में लगातार जारी दौरों एवं कार्यक्रमों मेेेें उमडती जनता की भीड को देखकर महाराष्ट्र भारतीय जनता पार्टी भी सतर्क हो गई है।
पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे हाल ही में एकनाथ शिंदे सरकार में मंत्री गुलाबराव पाटिल के गढ़ में जब पहुंचे तो शिवसैनिक महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री से मिलने के लिए पूरी तरह से उतावले हो रहे थे। मुख्य बात यह है कि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे एवं पूर्व मंत्री आदित्यनाथ लगातार शिवसेना में बगावत होने की बात कहते हुए मौजूदा सरकार में शामिल मंत्रियों के ऊपर अपने निशाने साथ रहे हैं। उनका आरोप है कि बागी रूप अख्तियार कर शिवसेना को छोड़कर जाना बागियों की सत्ता की चाह को दिखाता है।
उधर भारतीय जनता पार्टी इस बात की कोशिश में लगी हुई है कि महाराष्ट्र की सत्ता में साझीदार शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट के ऊपर गद्दारी का आरोप नहीं लगे क्योकि इसके छींटे भाजपा के दामन के ऊपर भी अपने दाग छोडेंगे।