विधानसभा का शीतकालीन सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित
भुवनेश्वर। ओडिशा विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को निर्धारित समय से काफी पहले अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। इस सत्र में सदन की कार्यवाही 24 नवंबर 31 दिसंबर तक चलनी था।
विपक्षी कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों द्वारा अर्चना नाग हनी ट्रैप मामले के मुद्दों को उठाने के साथ शीतकालीन सत्र शुरुआत से ही हंगामेदार रहा। इस दौरान अधिकांश समय किसानों और प्राथमिक शिक्षकों के मुद्दों को लेकर बिना किसी कामकाज के सदन को स्थगन करना पड़ा।
आज सुबह प्रश्नकाल के दौरान सदन में किसानों को लेकर हंगामा हुआ। उत्तेजित भाजपा सदस्य किसानों की समस्याओं पर बैनर लेकर सदन बीच आ गए और अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। जिसके बाद अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही 1130 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। 1130 बजे फिर से बैठक शुरु होने पर भाजपा के सदस्यों ने सदन से बर्हिगमन किया। भाजपा के मुख्य सचेतक मोहन मांझी ने कहा कि सरकार शुक्रवार को जानबूझकर सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करना चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि कम से कम 15 मंत्री और बीजद के 50 सदस्य अनुपस्थित हैं और चुनाव प्रचार के लिए पदमपुर में डेरा डाले हुए हैं। भोजनावकाश के बाद अध्यक्ष बी के अरुख ने विधानसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया।