रद्द होगा पंचायत चुनाव? कोरोना के चलते चुनाव आयोग से की यह मांग
नई दिल्ली। बिहार के प्रदेश कांग्रेस रिसर्च विभाग एवं मेनिफेस्टो कमेटी के चेयरमैन आनंद माधव ने चुनाव आयोग से कोरोना वायरस के बढते प्रकोप को देखते हुए पंचायत चुनाव को स्थगित किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक दलों द्वारा धडाधड की गई रैलियो की वजह से कोरोना के संक्रमण ने राज्य में अपना कहर बरपाया है।
शनिवार को बिहार प्रदेश कांग्रेस रिसर्च विभाग एवं मेनिफेस्टो कमेटी के चेयरमैन आनंद माधव ने कहा है कि राज्य में कोरोना संक्रमण लगातार भयानक रूप अख्तियार करता जा रहा है। राज्य में चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक दलों द्वारा की गई रैलियों ने कोरोना को राज्य में संक्रमण फैलाने का मौका दिया है। राज्य में भयावह होती कोरोना की स्थिति को थामने के लिए पंचायत चुनाव को स्थगित रखा जाना चाहिए। उधर जानकारी मिल रही है कि चुनाव आयोग राज्य में पंचायती राज चुनाव के लिए अधिसूचना जारी करने की तैयारियां कर रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार की स्थिति कोरोना संक्रमण के मामले को लेकर अत्यंत गंभीर है।
इसलिए चुनाव आयोग को अपने विशेषाधिकार का उपयोग करते हुए बिहार के पंचायत चुनाव को कम से कम 6 महीने के लिए आगे बढ़ा दिया जाना चाहिए। उधर राष्ट्रीय जनता दल के विधायक एवं सह प्रवक्ता रामानुज प्रसाद तथा पार्टी के प्रदेश महासचिव अरुण कुमार ने बिहार में बढ़ते कोरोना वायरस की स्थिति पर गहरी चिंता जताते हुए कहां है कि कोरोना की रोकथाम के लिए सरकार को व्यापक इंतजाम करते हुए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के कारण कोरोना की स्थिति और अधिक भयावह हो गई है। ऐसे में बिहार में होने वाले पंचायत चुनाव को सरकार को स्थगित करना चाहिए। जिससे राज्य के भीतर कोरोना संक्रमण की भयानक होती स्थिति को रोका जा सके। राजद नेताओं ने कहा है कि दिल्ली की तर्ज पर बिहार सरकार को भी लोगों के लिए होम क्वॉरेंटाइन और घर पर दवाई तथा इलाज की व्यवस्था करनी चाहिए। साथ ही क्षेत्रवार चिकित्सकों और नर्स के नंबर भी जारी करने चाहिए।