सत्ता में आये तो EVM समाप्त कर देंगे
झांसी। पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने गुरूवार को चुनाव में ईवीएम के इस्तेमाल पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि लोगों को चुनाव प्रणाली में विश्वास बैलेट पेपर से ही आयेगा इसलिए समाजवादी पार्टी सत्ता में आयेगी तो सबसे पहले ईवीएम हटाने का काम समाजवादी करेंगे।
यहां एक स्थानीय होटल में पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि ईवीएम पर किसी को भरोसा नहीं है लेकिन इसकी लड़ाई अभी नहीं लड़ी जा सकती इसलिए हम प्रशिक्षण शिविरों के माध्यम से प्रयास कर रहे हैं कि कम से कम आगामी चुनाव में सपा का सारा वोट पड जाए अगर ऐसा हो पाया तो यह अपने आप हार जायेंगे और सपा की सरकार बनेगी और तब ईवीएम हटाने का काम सबसे पहले समाजवादी करेंगे।
वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अखिलेश यादव के निशाने पर रहे। आने वाले 2022 विधानसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर किये गये सवाल का जबाब देते हुए उन्होंने कहा कि सपा किसी भी बड़े दल के साथ चुनाव नहीं लड़ेगी, बल्कि छोटे-छोटे दलों से मिलकर चुनाव लड़ेगी।
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह से खराब है। जगह-जगह अपराधिक घटनायें हो रही है जिससे प्रदेशवासी स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। बहन-बेटियों के साथ अपराधिक घटनायें हो रही हैं। प्रदेश की पुलिस भ्रष्टाचार में फंसी हुई है। हाथरस की घटना का हवाला देते हुए कहा कि एक बेटी का अंतिम संस्कार का हक उसके माता-पिता को नहीं दिया गया है। इससे दुर्भाग्यपूर्ण बात क्या हो सकती है। यूपी की योगी सरकार पूरी तरह बौखला गई है जिस कारण मुख्यमंत्रीजी अशोभनीय भाषा का प्रयोग करते हैं। प्रदेश की कानून व्यवस्था को खराब बताते हुए कहा कि लगातार हो रही अपराधिक घटनाओं से प्रदेशवासी स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहे है साथ ही किसानों को लाभ पहुंचाने के नाम पर केवल छलावा किया जा रहा है।
प्रदेश में चारों ओर अव्यवस्था का आरोप लगाने वाले सपा अध्यक्ष से सत्ता में आने के बाद उनकी पार्टी के लोगों द्वारा फैलायी जाने वाली अराजकता पर पूछे गये सवाल पर अखिलेश यादव बगले झांकते नजर आये और जब कोई जवाब नहीं सूझा तो प्रदेश व केंद्र सरकार की अनुशासनहीनता के किस्से बताने शुरू कर दिये। कुल मिलाकर उनके जवाब से साफ हुआ कि सपाई गुंडागर्दी पर रोक लगाने का न तो कोई मंत्र ही उनके पास है और न ही वह इसे अपनी पार्टी की कोई समस्या ही मानते हैं।
केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि चाहें केन्द्र की मोदी सरकार हो या फिर प्रदेश की योगी सरकार, दोनों ही लोकतंत्र को खत्म करना चाहते हैं। किसानों को धोखा दिया जा रहा है। कर्ज माफी के नाम पर छलावा किया जा रहा है जिस कारण किसान आज आत्महत्या करने के लिए मजबूर हैं, महंगाई भी चरम पर है। बुन्देलखंड की बात करें तो यहां डिफेंस कॉरीडॉर के नाम पर जमीन तो हथिया ली गई लेकिन अभी तक उस काम नहीं किया गया है। लोगों को रोजगार नहीं दिया गया। अर्थ व्यवस्था पूरी तरह से चौपट है। झांसी में स्ट्रावरी हुई यह सभी के लिए खुशी की बात है लेकिन वह सीएम साहब से कहना चाहते है कि कभी धान की भी बात कर लेते। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया है।
अखिलेश यादव ने कोरोना काल में प्रवासी पलायन की याद दिलाते हुए कहा कि जब प्रवासी पलायन कर रहे थे तो उस समय उनकी मदद नहीं दी जा रही थी बल्कि लाठियां भांजी जा रही थीं। वर्तमान की भाजपा सरकार देश की धरोहरों को बेचने का काम कर रही है। दिल्ली वाले बड़ी चीजें बेच रहे है और यूपी वाले छोटी चीजें। यूपी में एक यूनिट भी बिजली नहीं बनाई गई लेकिन बिजली के दाम जरुर बढ़ाए जा रहे हैं। जनता अब इंतजार में बैठी हुई है कि कब चुनाव आए और वह भाजपा सरकार को सबक सिखाए।
यूपी में होने वाले 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने अभी से तैयारियां शुरु कर दी है। झांसी के निकट ओरछा में दो दिवसीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं में नया जोश भरा है, जिसकी जानपकारी उन्होंने पत्रकार वार्ता के दौरान दी।
इस दौरान पूर्व राज्य सभा सांसद डॉ. चन्द्रपाल सिंह यादव, पूर्व गरौठा विधायक दीपनारायण सिंह यादव, पूर्व मऊरानीपुर विधायिका रश्मि आर्या, पूर्व एमएलसी श्यामसुन्दर सिंह पारीछा, जिलाध्यक्ष महेश कश्यप समेत अन्य पदाधिकारी और मौजूद रहे।