उत्तर प्रदेश विस चुनाव दो विचारधाराओं के बीच का चुनाव है : शाह
अमरोहा/बागपत। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव दो विचारधाराओं के बीच है, जिसमें एक के लिये परिवार को बचाने का चुनाव है, तो दूसरे के लिये देश को सुरक्षित रखने का चुनाव है।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को उत्तर प्रदेश के अमरोहा और बागपत में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों के लिये प्रचार के दौरान जनसभा काे संबोधित करते हुए कहा, "यह चुनाव एक ओर किसी परिवार को बचाने के लिये लड़ा जा रहा है वहीं दूसरी ओर हमारे लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश को सुरक्षित रखने का चुनाव है।" उन्होंने कहा कि एक ओर यह एक जाति विशेष के लिए लड़ा जाने वाला चुनाव है, वहीं दूसरी ओर भाजपा के लिए यह उत्तर प्रदेश के गरीबों को खुशहाल बनाने का चुनाव है।
उन्होंने कहा, "एक ओर यह माफियाओं को संरक्षण देने के लिए लड़ा जाने वाला चुनाव है, वहीं दूसरी ओर हमारे लिए यह उत्तर प्रदेश से माफियाओं को ख़त्म करने का चुनाव है। उत्तर प्रदेश के चुनाव को कुछ लोग विधायक बनने, मंत्री बनने की सीढ़ी बनाने का जरिया मानते हैं तो कुछ लोग इस चुनाव को अपने राजनीतिक भविष्य से जोड़ते हैं। मगर हमारे लिये ये चुनाव उत्तर प्रदेश का भविष्य निश्चित करने का चुनाव है, प्रदेश को आगे ले जाने का चुनाव है।"
विपक्ष पर हमला करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जो लोग जाति-पाति और धर्म की बात कर रहे हैं, वे चुनाव को गुमराह करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में साढ़े सात वर्षों में भाजपा ने उत्तर प्रदेश को बदलने के लिये विकास के रास्ते पर ले जाने का कार्य किया है।
गृह मंत्री ने सपा और बसपा पर तंज कसते हुए कहा कि पिछड़ों, गरीबों और दलितों की बात करने वाले बुआ-भतीजे की सरकार ने 15 साल तक उत्तर प्रदेश को लूटा। शाह ने कहा कि वैक्सीनेशन कार्यक्रम का तो सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यह कह कर विरोध किया कि ये मोदी का टीका है। उन्होंने कहा कि अखिलेश ने सार्वजनिक रूप से कहा कि ये टीका नहीं लगवाऊंगा लेकिन जब डर लगा तो चुपके से जाकर टीका लगवा लिया।
गृह मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक कोविड टीके लगे हैं। गलती से भी यदि अखिलेश की बातों में आकर उत्तर प्रदेश की जनता ने टीका न लगवाया होता तो तीसरी लहर में क्या हम सब सुरक्षित रह पाते? सपा पर दंगों की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता अखिलेश यादव के समय हुए दंगों के दंश को अब तक भूली नहीं है। उस वक्त तुष्टिकरण की राजनीति के लिए और एक वर्ग विशेष के लोगों को खुश करने के लिए अखिलेश सरकार ने हजारों बेगुनाह नौजवानों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया था।
उन्होंने तत्कालीन सपा सरकार पर दंगों के आरोपियों को दंगा पीड़ित और दंगा पीड़िताें को आरोपी बना देने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इसके उलट भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तर प्रदेश से लोगों को पलायन कराने वाले माफियाओं का पलायन कराया है। आज अपराधी और माफिया या तो जेल में दिखते हैं या यूपी की सीमा से बाहर या फिर अखिलेश यादव के प्रत्याशियों की सूची में।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज आजम खान, अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी जैसे माफिया जेल में हैं। ऐसा इसलिये हो पाया है क्योंकि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार है। यदि प्रदेश में भाजपा की सरकार न होती तो क्या ये जेल में रह पाते। उन्होंने राज्य में अपराध कम होने का दावा करते हुए कहा कि योगी सरकार में विगत पांच वर्षों में उत्तर प्रदेश में डकैती के मामलों में 70 प्रतिशत, लूट की वारदातों में 62 प्रतिशत, हत्या में 31 प्रतिशत और बलात्कार के मामलों में 50 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है।
वार्ता