यूपी सरकार के पास नहीं बची है मानवीय संवेदना: अखिलेश

यूपी सरकार के पास नहीं बची है मानवीय संवेदना: अखिलेश

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर मानवीय संवेदनाओं को ताक में रखने का आरोप लगाते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार दिखावे के बड़े-बड़े आयोजनों की चकाचौंध से जनता को सिर्फ गुमराह करने की कुचेष्टा कर रही है।

अखिलेश यादव ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि भाजपा सरकार में जरा भी मानवीय संवेदना शेष नहीं रह गई है। ठंड का प्रकोप चल रहा है। अस्पतालों में मरीजों की भीड़ है, दिल और सांस के मरीजों की कतारें लगी है। शासन-प्रशासन की ओर से न तो रैन बसेरा स्थापित हैं और नहीं ठंड से ठिठुरते बच्चों के लिए गर्म कपड़ों की व्यवस्था हुई है। सरकार दिखावे के बड़े-बड़े आयोजनों की चकाचौंध से जनता को सिर्फ गुमराह करने की कुचेष्टा कर रही है।

उन्होने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त हैं, लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ हो रहा है। रामपुर के अस्पताल में मरीजों के इलाज के नाम पर मजाक हो रहा है। वहां मरीजों के ऊपर चूहें दौड़ रहे हैं। अस्पतालों में सांस और दिल के मरीजों को पर्याप्त दवा तथा इलाज की सुविधा नहीं मिल रही है। कई अस्पतालों में तो इनके विशेषज्ञ डाक्टर भी नहीं है।

उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में स्कूली बच्चों को भीषण ठंड में स्वेटर तक भी नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसी ठंड में बिना स्वेटर परिषदीय विद्यालयों के बच्चे स्कूल जाने को मजबूर है। विज्ञापनों पर करोड़ो रूपये खर्च करने वाली भाजपा सरकार बच्चों को समय से गर्म कपड़े तक मुहैया नहीं करा पा रही है। यही नहीं बच्चों को मिलने वाली ड्रेस, जूता-मोजा और स्वेटर की गुणवत्ता में भी धांधली की शिकायतें मिल रही है।भ्रष्टाचार में लिप्त भाजपा सरकार गरीबों के साथ अन्याय कर रही है। उनका हक और सम्मान छीन रही है।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार में बड़े-बड़े चिकित्सा संस्थानों में डॉक्टरों तथा पैरा मेडिकल स्टाफ के अभाव में मरीज तड़प-तड़प कर मर रहे है। उन्हें समय से दवा, इलाज और जांच की सुविधा नहीं मिल रही है। डॉक्टर मरीजों को इधर उधर रिफर कर रहे है जिससे मरीजों की जान जा रही है।

वार्ता

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