यूपी कांग्रेस को अध्यक्ष के साथ मिले 6 प्रांतीय अध्यक्ष
लखनऊ। कांग्रेस ने दलित नेता एवं पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष बनाया है। कांग्रेस ने इसके साथ ही 6 प्रांतीय अध्यक्ष भी घोषित किए हैं। इनमें से नसीमुद्दीन सिद्दीकी, अजय राय, नकुल दुबे, वीरेंद्र चौधरी, योगेश दीक्षित और अनिल यादव का नाम शामिल है। यह घोषणा कांग्रेस के महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल ने की।
कौन है बृजलाल खाबरी
बृजलाल खाबरी मूल रूप से उरई (जालौन) के रहने वाले हैं तथा 2017 और 2022 के चुनाव में ललितपुर जिले की महरौनी सुरक्षित विधानसभा सीट से चुनाव लड़े ,लेकिन उन्हें दोनों ही बार भाजपा के मनोहर लाल उर्फ मन्नू कोरी ने हराया है। बृजलाल खबरी कभी बसपा के कद्दावर नेता के तौर पर पहचाने जाते थे लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में हार के बाद बृजलाल खाबरी ने 2016 में कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी । वह बसपा से दो बार सांसद रह चुके हैं।
कौन है नकुल दुबे
नकुल दुबे ने 2007 से सक्रिय राजनीति में अपनी भागीदारी शुरू की थी। पहली दफा नकुल दुबे 2007 में लखनऊ की महोना विधानसभा से विधायक बने और मायावती की सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए। नकुल दुबे का यह पहला ऐसा चुनाव था, जो वह अब तक जीते हैं। 2012 में लखनऊ की बख्शी तालाब विधानसभा से नकुल दुबे ने चुनाव लड़ा लेकिन हार गए। इसके बाद 2014 में नकुल दुबे लोकसभा का चुनाव लड़े। वह भी हार गए। 2019 में नकुल दुबे सीतापुर में लोकसभा का चुनाव लड़ने गए वह भी हार गए। बाद में उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। अब उनको कांग्रेस ने प्रांतीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है।
जानिए नसीमुद्दीन सिद्दीकी को।
कभी बसपा में ताकतवर नेता के तौर पर जाने जाने वाले पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने मायावती से विवाद के बाद कांग्रेस का दामन थाम लिया था। कांग्रेस ने उन्हें 2019 के लोकसभा चुनाव में बिजनौर लोकसभा सीट से चुनाव भी लड़ाया था लेकिन वह हार गए थे। अब कांग्रेस ने उन्हें प्रांतीय अध्यक्ष के तौर पर पोस्ट कर मुस्लिमों में अपनी पकड़ बनाने की मुहिम को धार दी है।
वाराणसी इलाके में है अजय राय का दबदबा
इसके साथ ही कांग्रेस ने बनारस के दिग्गज नेता अजय राय को भी प्रांतीय अध्यक्ष बनाया है। शुरुआती राजनीतिक जीवन में भाजपा से जुड़ने वाले अजय राय कई बार विधायक रहे। 2009 के लोकसभा चुनाव में अजय राय भारतीय जनता पार्टी का टिकट चाहते थे लेकिन पार्टी ने उन्हें दरकिनार कर मुरली मनोहर जोशी को वाराणसी से उम्मीदवार बना दिया। जिससे अजय राय नाराज हो गए और उन्होंने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। सपा ने उन्हें चुनाव मैदान में उतारा लेकिन अजय राय के हाथ हार लगी। इसके बाद 2012 में अजय राय ने कांग्रेस का दामन थाम लिया, तब से वह कांग्रेस के साथ जुड़े हुए हैं। 2012 के विधानसभा चुनाव में पिंडरा विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीत गए थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने नरेंद्र मोदी को अपना उम्मीदवार बनाया तो उनके सामने कांग्रेस ने अजय राय को चुनाव मैदान में उतार दिया था। अजय राय राष्ट्रीय राजनीति में चमक गए थे। उनका कॉंग्रेस से लागव लगातार जारी है और यही वजह है कि उन्हें कांग्रेस प्रांतीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है।
प्रांतीय अध्यक्ष बने वीरेंद्र चौधरी
महाराजगंज जनपद की फरेंदा विधानसभा सीट से कांग्रेस के वर्तमान में विधायक वीरेंद्र चौधरी को भी प्रांतीय अध्यक्ष बनाकर कांग्रेस ने अपना भरोसा जताया जताया है। 2017 के विधानसभा चुनाव में भी वह भाजपा के प्रत्याशी बजरंग बहादुर सिंह से सिर्फ दो हजार के लगभग वोटों से चुनाव हारे थे। इस बार उन्होंने लगभग 1800 वोट से चुनाव जीत लिया है लिया था। इनको भी कांग्रेस ने प्रांतीय अध्यक्ष बनाया है।
कौन है योगेश दीक्षित
अलीगढ़ जनपद के रहने वाले योगेश दीक्षित कांग्रेस प्रदेश कमेटी में उपाध्यक्ष के तौर पर काम कर चुके हैं तथा यूथ कांग्रेस के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष का कार्यभार भी संभाल चुके हैं। ब्राह्मण चेहरे के रूप में कांग्रेस ने इन्हें प्रांतीय अध्यक्ष बनाया है।
कौन है अनिल यादव
कभी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में काम करने वाले अनिल यादव सपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। अब कांग्रेस ने उन्हें प्रांतीय अध्यक्ष बनाकर यादव वोटों में भी घुसपैठ करने की कोशिश की।