बेरोजगारीः लगाई सरकार की क्लास- कितनी परीक्षा दें युवा - राम गोविन्द

बेरोजगारीः लगाई सरकार की क्लास- कितनी परीक्षा दें युवा - राम गोविन्द

लखनऊ। नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी ने आज विधानसभा में बेरोजगारी के मद्दे को लेकर सरकार की कड़ी क्लास लगाई। उन्होंने कहा कि आईएएस, पीसीएस को पास करने के लिए दो परीक्षाएं होती हैं। प्राईमरी स्कूल की नौकरी प्राप्त करने के लिए युवा कितनी परीक्षा दे। बीए करे, बीटीसी करे, टेट करे, फिर सुपर टेट करें और फिर भी नौकरी न मिले। आखिर सरकार चाहती क्या है। क्यों बेरोजगारों का इतना उत्पीड़न करने पर लगी हुई है।

नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी ने कहा कि सरकार कहती है कि इतने लोगों को नौकरी दे दी, इतने करोड़ लोगों को रोजगार दिया। आखिर किन लोगों को रोजगार दिया। अखिलेश यादव जब मुख्यमंत्री थे, उन्होंने हर विभाग में नौकरी दी थी। लगभग 2 लाख नौकरियां तो सिर्फ बेसिक शिक्षा विभाग में दी गई थी। उन्होंने कहा कि अगर सब जोड़ दिया जाये, तो सपा सरकार ने वर्तमान सरकार से 5 गुना ज्यादा रोजगार दिया है। उन्होंने कहा कि यह सच है कि जितने बेरोजगार हैं, उन सबको नौकरी नहीं दी जा सकती, लेकिन उस रास्ते पर तो चला जा सकता है, जहां अधिक से अधिक नौकरी बेरोजगारों को दें सकें। उन्होंने कहा कि जितनी भी परीक्षाएं हुईं, उनका पर्चा जान बूझकर लीक करा दिया गया और फिर उन्हें कैंसिल करा दिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार कह रही थी कि पांच लाख पद रिक्त हैं, 90 दिन में उक्त पदों को भर दिया जायेगा, लेकिन आज तक नौकरी नहीं दी गई।

उन्होंने कहा कि 25-30 विभाग बंद कर दिये गये हैं। सैकड़ों लोगों को जबरन रिटायर्ड कर दिया गया है। जिनके पास रोजगार था, वे भी बेरोजगार हो गये हैं। जिनके पास रोजगार था ही नहीं, उनका तो हाल पता करने वाला कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि प्राईमरी शिक्षा विभाग में नौकरी पाने के लिए बीए करनी पड़ती है। फिर बीटीसी करो, टेट करो, सीटेट करो। तब भी नौकरी नहीं मिलती। युवा निराश हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि माता सीता भी धरती पर परीक्षा देते-दते थक गई थीं। वे पवित्र थीं, किसी को उन पर शक नहीं था, लेकिन परीक्षाओं के कारण वे थक चुकी थीं, इसलिए धरती में समा गईं। उन्होंने कहा कि युवा आखिर कितनी परीक्षा देंगे। इतनी परीक्षाएं देने के बाद भी नौकरी नहीं मिल रही हैं। बेरोजगारी से बड़ी समस्या प्रदेश में नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मामले पर विशेष चर्चा कराई जाये।

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