डिंपल के 'संकटमोचक' बने चाचा शिवपाल
मैनपुरी। समाजवादी पार्टी (सपा) संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण मैनपुरी संसदीय सीट पर पांच दिसम्बर को होने वाले उपचुनाव में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव को संसद में पहुंचाने के संकल्प के साथ प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव पूरी तरह सक्रिय हो गये हैं।
शिवपाल की ओर से बहू डिपंल को मिल रहे समर्थन से सपा के आम कार्यकर्ता से लेकर बड़े नेता तक खासे गदगद हैं और अधिकतर का मानना है कि संकटमोचक की भूमिका में उतरे शिवपाल ने यादव परिवार की बहू की संसद पहुंचने की राह आसान कर दी है।
वरिष्ठ पत्रकार हेम कुमार शर्मा बताते हैं कि संगठन के तर्जुबेकार शिवपाल ने उपचुनाव को लेकर सपा उम्मीदवार के पक्ष में कार्यकर्ताओं की लामबंदी शुरू की है, उससे क्षेत्र में सपा समर्थकों में खासा जाेश देखने को मिल रहा है और जिस भी सपा कार्यकर्ता से बात की जाए, वह सीधे सीधे सपाट शब्दों में यही बताता दिख रहा है " चाचा जी (शिवपाल) ने कहा है कि डिंपल यादव को नेताजी (मुलायम) से बड़ी जीत दिलाना है।"
शर्मा बताते है कि शिवपाल सिंह यादव एसएस मेमोरियल स्कूल में एक-एक कार्यकर्ता से अकेले में बात कर रहे हैं और हर किसी से इस बात का वादा ले रहे है कि डिंपल परिवार की बहू है जो चुनाव मैदान में नेताजी मुलायम सिंह यादव की जगह उतरी हुई है हम सबकी जिम्मेदारी अब डिंपल को नेताजी से अधिक बड़ी जीत कर दिला कर के सदन में भेजना है । इसमें कोई भी पीछे नहीं रहे यही नेता जी को सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी।
मैनपुरी संसदीय सीट के शिवपाल की अहमियत को तवज्जो देते हुये सपा ने उन्हे अपना स्टार प्रचारक बनाया जिसके बाद पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव पत्नी डिपंल के साथ चाचा शिवपाल का आशीर्वाद लेने उनके घर पहुंचे थे। खासी चर्चा में रही इस मुलाकात के बाद शिवपाल उपचुनाव में बहू की जीत के लिये सक्रिय हो गये वहीं शिवपाल का संदेश मिलने के बाद कई कार्यकर्ता यह कहते हुए देखे गए हैं कि डिंपल यादव की जीत नेताजी मुलायम सिंह यादव से दुगनी मतों से होगी और वह हर हाल में नेताजी की तरह संसद की दहलीज तक पहुंचेगी। मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण हो रहे उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिवंगत पूर्व सांसद के शिष्य रघुराज सिंह शाक्य को अपना उम्मीदवार बनाया है।
वार्ता